Lok Sabha Election 2024: विपक्षी गठबंधन 'I.N.D.I.A' में दिल्ली की सात सीटों को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में डील होनी है लेकिन एक रोचक बात पता चली है. आप 3 सीटें देने के लिए तैयार है और दिल्ली कांग्रेस के नेता ऐसी सीटों पर लड़ने का तर्क रख रहे हैं जहां से वे खुद उम्मीदवार बन जाएं.
दिल्ली में कांग्रेस के पास एक भी सांसद नहीं है लेकिन आम आदमी पार्टी ने मुख्य विपक्षी दल को तीन सीटें देने की पेशकश की है. AAP चाहती है कि इसी तरह का बड़ा दिल कांग्रेस गुजरात, हरियाणा और गोवा जैसे राज्यों में दिखाएं जहां उसकी स्थिति उतनी मजबूत नहीं है. खैर, इसी तरह के तमाम समीकरणों के हिसाब से सीट शेयरिंग पर मंथन चल रहा है. कांग्रेस की तरफ से पिछली बैठक में दिल्ली कांग्रेस चीफ अरविंदर सिंह लवली, सलमान खुर्शीद, मोहन प्रकाश, मुकुल वासनिक और अशोक गहलोत भी शामिल हुए थे. अभी कुछ भी आधिकारिक रूप से घोषित नहीं हुआ है लेकिन मीडिया रिपोर्टों की मानें तो दिल्ली की कौन सी तीन सीटें हों, इस पर कांग्रेसी नेता अपने हिसाब से लॉबिंग कर रहे हैं.
दरअसल, अगर दिल्ली में आप और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला 4:3 रहता है तो अरविंद केजरीवाल की पार्टी गुजरात में एक, हरियाणा में तीन और एक सीट गोवा में मांग सकती है. अगली बैठक जल्द होने वाली है.
खबर है कि दिल्ली कांग्रेस के नेता ऐसी सीटें चाहते हैं जहां से वे खुद कैंडिडेट बन सकें. फिलहाल कांग्रेस के भीतर इस बात पर मंत्रणा और बैठकें हो रही हैं कि वो कौन सी तीन सीटें हों? कुछ नेता यमुनापार की दो में से एक सीट की बात कर रहे हैं तो कुछ यमुनापार से दूरी बनाने की हिदायत दे रहे हैं. अल्पसंख्यक वोटों पर नजर गड़ाई जा रही है. हरियाणा से लगी सीटों पर उम्मीदवार उतारने की संभावना भी टटोली जा रही है.
राजधानी दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से आम आदमी पार्टी चार पर लड़ना चाहती है. अंदरखाने से पता चला है कि कांग्रेस नई दिल्ली, चांदनी चौक और नॉर्थ-ईस्ट से अपना कैंडिडेट उतारने के बारे में सोच रही है.
कांग्रेस सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि कांग्रेस गुजरात में एक सीट आप को दे सकती है लेकिन गोवा और हरियाणा में सीटें देना थोड़ा मुश्किल हो रहा है. सीट शेयरिंग का क्राइटीरिया पिछला लोकसभा या विधानसभा चुनाव का प्रदर्शन माना जा रहा है.
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