5 Unexplained Artifacts: प्राचीन काल से जुड़ी खोजें अक्सर हैरान करती हैं. फिर चाहे वह सदियों पुराने मकबरे हों या खूबसूरत कलाकृतियां. गाहे-बगाहे कुछ ऐसा भी मिल जाता है जो समझ से परे होता है. उन चीजों को देखकर यह पता ही नहीं चलता कि आखिर यह है क्या. प्राचीन काल से जुड़ी कुछ रहस्यमय कलाकृतियां आज भी हमारे बीच मौजूद हैं, लेकिन वे क्या हैं और उनका किस तरह इस्तेमाल होता है, यह नहीं मालूम. आइए आपको प्राचीन काल ही ऐसी ही 5 रहस्यमय चीजों से रूबरू कराते हैं.
पत्थर को तराश कर बनाई गईं ये नक्काशीदार गेंदें मुख्य रूप से स्कॉटलैंड में मिली थीं. वैज्ञानिकों के अनुसार, ये गेंदें नवपाषाण काल (लगभग 3200-2500 ईसा पूर्व) की हैं. अभी तक ऐसी 425 से ज्यादा गेंदें मिल चुकी हैं. अधिकतर का आकार क्रिकेट की गेंद के बराबर है. उन्हें अलग-अलग पत्थरों से बनाया गया है.
कुछ पर नक्काशी है तो कुछ पर वृत्ताकार लकीरें हैं. एक जैसी दिखने वाली दो गेंदों का एक साथ मिलना दुर्लभ है. 19वीं सदी में पहली बार इनकी खोज हुई. तब से आज तक इस पर बहस जारी है कि इन गेंदों का क्या इस्तेमाल होता था.
बारह फलकों वाली यह चीज आखिर है क्या? हाल ही में इंग्लैंड के लिंकनशर में इसके नए अवशेष मिले. अंग्रेजी में उन्हें डोडेकाहेड्रा (Dodecahedra) कहा जाता है. वैज्ञानिकों के अनुसार, ये डोडेकाहेड्रा ब्रिटेन में रोमन काल (43-410 ई.) के हैं. ऐसे करीब 130 डोडेकाहेड्रन मिले हैं जिन्हें कॉपर एलॉय से बनाया गया है. इनका साइज भी एक जैसा नहीं है. आर्कियोलॉजिस्ट्स अभी तक यह पता नहीं लगा पाए हैं कि इनका इस्तेमाल किस तरह होता था.
1889 में, इंग्लैंड के फोकटन में एक बच्चे की कब्र से चाक के तीन सिलिंडर मिले. उन्हें सजाया गया था और ऐसा मालूम होता है कि नाक, आंखें और पलकें उकेरी गई थीं. एक चौथा और बेहद सामान्य ड्रम 1993 में ससेक्स से मिला. फिर 2015 में पूर्वी यॉर्कशर से भी एक बेहद सजावटी ड्रम मिला. पूर्वी यॉर्कशर वाले ड्रम को एक चॉक गेंद, एक बोन पिन और तीन बच्चों के अवशेषों के साथ दफनाया गया था. उनमें से एक बच्चा 3005-2890 BC पहले जीवित रहा होगा.
इन ड्रमों पर जो कुछ उकेरा गया है, वैसा ही कुछ पत्थर की गेंदों पर भी नजर आता है. भले ही इनका नाम चॉक ड्रम हो, लेकिन इसकी संभावना बेहद कम है कि इन्हें संगीत के लिए इस्तेमाल किया जाता हो. कुछ रिसर्चर्स मानते हैं कि यह लंबाई का एक मानक थे. कुछ ने ड्रमों पर बनी मार्किंग्स में खगोलीय गणनाएं देखीं. हालांकि, सावधानीपूर्वक दफनाए गए बच्चों के शवों के पास उनका मिलना कुछ और ही इशारा करता है.
कांस्य युग में सोने के आभूषणों का खूब निर्माण होता था. ये रिंग्स उसी दौर के (1000-800 BC) हैं. अक्सर ये जोड़ी के रूप में मिले हैं. कुछ पर डिजाइन है, कुछ पर नहीं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हो सकता है कि ये बालियां, नथुनी या बालों के लिए कोई सजावटी आभूषण हों. लेकिन इन रिंग्स का डिजाइन ऐसा है कि उन्हें पहन पाना बेहद मुश्किल या तकलीफदेह होता होगा.
कॉस्मेटिक ग्राइंडर्स दो भागों में बने छोटे तांबे मिश्र धातु के किट होते हैं. एक हिस्से को 'मोर्टार' कहते हैं और दूसरे को 'पेसल'. अक्सर इनमें सस्पेंशन के लिए लूप्स मिलते हैं. ये अधिकतर ब्रिटेन में मिले हैं और इनका समय शुरुआती रोमन काल (लगभग ई.पू.100-200 ई.) माना जाता है. एनालिसिस से पता चलता है कि इन चीजों को आपस में रगड़ कर कुछ तो पीसा जाता था, लेकिन क्या? यह नहीं मालूम. दवा से लेकर कॉस्मेटिक्स और नारकोटिक्स तक के सुझाव दिए गए, लेकिन पुष्टि नहीं हो पाई.
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