Gautam Gambhir Indian Cricket Team: भारत के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर का टीम इंडिया का कोच बनना तय हो चुका है. बीसीसीआई ने उनका इंटरव्यू भी ले लिया है. गंभीर के साथ-साथ भारतीय महिला क्रिकेट टीम के पूर्व कोच डब्ल्यू वी रमन ने भी इंटरव्यू दिया है. हालांकि, रेस में 2 बार वर्ल्ड कप जीतने वाला खिलाड़ी आगे चल रहा है. बीसीसीआई जल्द ही गौतम गंभीर के नाम का ऐलान कर सकता है. गंभीर 2007 में टी20 वर्ल्ड कप औ 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य हैं...
गंभीर टीम इंडिया के कोच बनने के लिए राहुल द्रविड़ की जगह लेंगे. द्रविड़ 2021 में टी20 वर्ल्ड कप के बाद कोच बने थे. उनका कार्यकाल 2023 वनडे वर्ल्ड कप के समाप्त हो गया था, लेकिन बीसीसीआई ने कॉन्ट्रैक्ट को टी20 वर्ल्ड कप 2024 तक के लिए बढ़ा दिया. द्रविड़ ने खुद ही इस बात की पुष्टि कर दी है कि वह टी20 वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया के कोच नहीं रहेंगे. उनके साथ पर गंभीर का टीम से जुड़ना तय माना जा रहा है. हालांकि, उनके लिए आसान नहीं होगा. भारतीय टीम का कोच होना बड़ी बात होती है और काफा दबाव होता है. हम आपको उन 5 चुनौतियों को बारे में बता रहे हैं जो कोच बनने के बाद गंभीर के सामने आएंगी...
गंभीर के सामने सबसे बड़ी चुनौती भारत आईसीसी ट्रॉफी जिताने की है. टीम इंडिया 2013 के बाद से अब तक कोई भी आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत पाई. फाइनल में पहुंचने के बावजूद उसे हार का सामना करना पड़ रहा है. भारत 2014 टी20 वर्ल्ड कप, 2017 चैंपियंस ट्रॉफी, 2021 टेस्ट चैंपियनशिप, 2023 टेस्ट चैंपियनशिप और 2023 वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में हारी है. गंभीर को ट्रॉफी जीतने की आदत है. वह 2007 और 2011 में टीम इंडिया के साथ दो वर्ल्ड कप जीत चुके हैं. इसके अलावा वह आईपीएल में 2012 और 2014 में बतौर कप्तान ट्रॉफी जीते थे. 2024 में उन्होंने मेंटर बनने के बाद कोलकाता नाइटराइडर्स को चैंपियन बनाया था. अब देखना है कि वह टीम इंडिया के लिए बतौर कोच कोई ट्रॉफी जीत पाते हैं या नहीं.
भारतीय टीम में रोहित शर्मा और विराट कोहली ऐसे खिलाड़ी हैं जो गंभीर के साथ लंबे समय तक टीम इंडिया में खेले हैं. अब गंभीर इन दो दिग्गजों को कोचिंग देंगे. रोहित और गंभीर 2007 टी20 वर्ल्ड कप में एक साथ खेले थे. वहीं, गंभीर और कोहली 2011 वनडे वर्ल्ड कप में साथ थे. अब उनका लक्ष्य इन दो दिग्गजों से बेहतरीन तालमेल बिठाने की होगी. किसी भी खेस में बड़े स्टार को कोई कोचिंग नहीं दे सकता है. कोच सिर्फ टीम को बेहतरीन तरीके से मैनेज करता है. गंभीर अब रोहित और कोहली के साथ मिलकर आईसीसी ट्रॉफी जीतना चाहेंगे.
रोहित शर्मा अपने करियर के आखिरी दौर में हैं. उनके ऊपर काफी दबाव है. हालांकि, वह इस दबाव को अच्छी तरह झेलकर बेहतरीन कप्तानी भी कर रहे हैं, लेकिन यह सच है कि वह कुछ समय बाद संन्यास ले सकते हैं. ऐसे में रोहित की जगह गंभीर को नए कप्तान को तैयार करना है. इस रेस में हार्दिक पांड्या, सूर्यकुमार यादव, जसप्रीत बुमराह, शुभमन गिल, ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर हैं. अब देखना है कि गंभीर किस खिलाड़ी पर भरोसा जताते हैं.
गौतम गंभीर का परिवार काफी प्यारा है. उनकी दो बेटियां हैं. भारतीय टीम का कोच बनना मतलब 12 में से 10 महीने बिजी रहना. ऐसे में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि गंभीर कैसे वर्क और पर्सनल लाइफ में बैलेंस बनाते हैं. अगर वह ऐसा करने में सफल होते हैं तो तनाव से दूर रहेंगे. अगर इसके उलट हुआ तो गंभीर के साथ-साथ टीम इंडिया पर इसका असर देखने को मिल सकता है.
भारत ने पिछले कुछ सालों में ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया है. उसने पिछले दो दौरों पर जीत हासिल की है. भारत ने विराट कोहली की कप्तानी में 2018-19 में 4 टेस्ट मैचों की सीरीज 2-1 से जीता था. इसके बाद अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में भारत 2020-21 में 4 टेस्ट मैचों की सीरीज को 2-1 से जीत हासिल करने में सफल हुआ था. अब गंभीर के ऊपर टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया जमीन पर लगातार तीसरी सीरीज जीतने की चुनौती है. इसके अलावा टीम इंडिया की नजर आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप पर भी है. टीम इंडिया पिछले 2 संस्करणों में फाइनल हारी है.
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