आज भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. वहीं, एक ही दिन पहले यानी 14 अगस्त को पाकिस्तान ने भी अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाया है. आइए एक नजर डालते हैं कि भारत ने लगभग हर क्षेत्र में पाकिस्तान को कैसे पछाड़ दिया है.
लगभग 150 वर्षों तक शासन करने के बाद साल 1947 में अंग्रेज भारत छोड़ कर गए. लेकिन जाने से पहले उन्होंने इसे दो भागों में विभाजित कर दिया. एक भारत और दूसरा पाकिस्तान. लाखों लोग भारत से पाकिस्तान गए और लाखों लोग पाकिस्तान से भारत आए. दोनों देशों को अर्थव्यवस्था भी विरासत में मिली.
यहां तक कि आजादी के कई सालों बाद तक पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था भारत से काफी आगे थी. लेकिन आज दोनों देशों के हालात अलग-अलग हैं. एक ओर भारत है जो हमेशा दुनिया भर के देशों को आपात स्थिति में मदद के लिए आगे रहता है. वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान है जिसके प्रधानमंत्री हर दो-तीन महीने के अंतराल पर मदद मांगने के लिए अरब देशों का दौरा करते हैं.
आज जब भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. वहीं, एक ही दिन पहले यानी 14 अगस्त को पाकिस्तान ने भी अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाया है. आइए एक नजर डालते हैं कि भारत ने लगभग हर क्षेत्र में पाकिस्तान को कैसे पछाड़ दिया है.
दोनों देशों को भले ही एक ही साल आजादी मिली थी. लेकिन पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था एक तरह से गर्त में पहुंच गई है जबकि भारत दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है. आज भारत की प्रति व्यक्ति आय पाकिस्तान की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत ज्यादा है. वहीं, पाकिस्तान लगातार आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता का सामना कर रहा है.
वर्तमान में भारत 3.937 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. ऐसा अनुमान है कि 2024 में भारत की जीडीपी 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी. जबकि लगभग 375 बिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ पाकिस्तान दुनिया की 46वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.
विश्व बैंक के अनुसार, साल 2022 में भारत की जीडीपी 3.39 ट्रिलियन डॉलर थी जो पाकिस्तान की 376.53 बिलियन डॉलर की जीडीपी से 800 प्रतिशत अधिक है. जबकि साल 1960 में पाकिस्तान की प्रति व्यक्ति GDP 83.33 डॉलर थी. उस वक्त भारत की प्रति व्यक्ति GDP 82.2 डॉलर थी.
दोनों देशों के पास मौजूद विदेशी मुद्रा भंडार की बात करें तो 1975 तक दोनों देशों का विदेशी मुद्रा भंडार भी लगभग बराबर था. लेकिन आज भारत का विदेशी मुद्रा भंडार जहां 567 बिलियन डॉलर को पार कर गया है. जबकि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 9.93 डॉलर बिलियन ही है. पिछले कुछ वर्षों में ऐसे कई मौके आए जब पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार इतना कम हो गया कि डिफॉल्ट होने के कगार पर पहुंच चुका था.
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