Indian Businessman: कभी अंग्रेजों ने भारत पर राज किया था, लेकिन अब वक्त ऐसा बदल रहा कि भारत ब्रिटेन से आगे निकल रहा है. जिन अंग्रेजों कभी भारत को लूटा था, अब उसी भारत के उद्योगपति अंग्रेजों की कंपनियां खरीद रहे हैं. इस लिस्ट में मुकेश अंबानी, रतन टाट, सुनीत मित्तल जैसे कई बड़े नाम शामिल हैं.
Indian Businessman: भारती एयरटेल के मालिक सुनील मित्तल की कंपनी भारती एंटरप्राइजेज ब्रिटेन की बड़ी टेलीकॉम कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने जा रही है. उद्योगपति सुनील मित्तल की कंपनी ब्रिटेन की दूरसंचार कंपनी बीटी ग्रुप में 24.5 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी. भारती एंटरप्राइजेज इस डील को 4 अरब डॉलर यानी करीब 34 हजार करोड़ रुपये में पूरा करने की तैयारी में है. बीटी ब्रिटेन की सबसे बड़ी ब्रॉडबैंड और मोबाइल कंपनी है, जिसमें एक बड़ी हिस्सेदारी अब भारतीय उद्योगपति सुनील मित्तल की होगी. अंग्रेजों की कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने वालों की लिस्ट में सुनील मित्तल अकेले नहीं है. इसमें कई और दिग्गज भारतीय कारोबारियों के नाम शामिल हैं...
देश की दिग्गज कंपनी टाटा, जो मार्केट वैल्यूएसन के मामले में पाकिस्तान की जीडीपी से बड़ी है, उनका ब्रिटेन में बड़ा निवेश है. टाटा समूह ब्रिटेन स्थित लक्जरी कार मैन्युफैक्चर जगुआर लैंड रोवर का मालिकाना हक रखसती है.वहीं टाटा स्टील के प्लांट ब्रिटेन में है. टाटा ने साल 2023 में ब्रिटेन में इलेक्ट्रिकल कार बैटरी फैक्टरी के लिए 4 अरब पाउंड के निवेश का ऐलान किया था.
सिर्फ भारती एयरटेल या टाटा नहीं बल्कि मुकेश अंबानी की रिलायंस ने भी ब्रिटेन में मोटा निवेश किया है. साल 2001 में मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस न्यू एनर्जी ने ब्रिटि की बैटरी टेक्नॉलिजी कंपनी Faradion Ltd को 135 करोड़ डॉलर में खरीदा था. साल 2019 में मुकेश अंबानी ने ब्रिटेश की 259 साल पुरानी टॉय कंपनी Hamleys में 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी.
अजीज प्रेमजी की कंपनी विप्रो का ब्रिटेन में बड़ा इन्वेस्टमेंट है. भारतीय आईटी कंपनी विप्रो ने साल 2022 में यूके बेस्ड मैनेंजमेंट कंसल्टेंसी फर्म Capco को 1.45 अरब डॉलर में खरीदा था.
आनंद महिंद्रा के नेतृत्व वाली महिंद्रा एंड महिंद्रा का ब्रिटेन में बड़ा निवेश है. आनंद महिंद्रा की कंपनी ने साल 2021 में ब्रिटेन की BSA मोटरसाइकिल खरीदी थी. बता दें कि इस कंपनी की शुरुआत साल 1861 में बर्मिंघम में हुई थी. इसके अलावा TVS मोटर्स ने साल 2020 में ब्रिटिश ब्रांड Norton का अधिग्रहण किया. कंपनी ने साल 2023 में EBCO Ltd की 70 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली. इसके अलावा भारतीय इन्वेस्टमेंट समूह Wadhawan Global Capital का ब्रिटेन के डिजिटल बैंक Zopa में 32 करोड़ पाउंड का निवेश है.
अनिल अग्रवाल की कंपनी VEDANTA रिसोर्स का मुख्यालय लंदन में है. माइनिंग किंग के नाम से मशहूर भारतीय उद्योगपति अनिल अग्रावल लंदन में ही रहते हैं. इसके अलावा सिप्ला, ग्लेनमार्क जैसी बड़ी दवा कंपनियों का ब्रिटेन में निवेश है.
भारत की आयशर मोटर ने साल 1994 में ब्रिटेन की मोटरसाइकिल मेन्युफैक्चरिंग कंपनी Royal Enfield का अधिग्रहण किया था.
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