तकिया जिसका इस्तेमाल सोते वक्त सिर और गर्दन को सपोर्ट देने के लिए किया जाता है, हमारी नींद की गुणवत्ता पर असर डाल सकता है. कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि तकिया के बिना सोना सेहत के नजरिए से ज्यादा फायदेमंद होता है. यहां आप 5 ऐसे ही कुछ फायदों के बारे में यहां जान सकते हैं-
तकिया के बिना सोने से रीढ़ की हड्डी और गर्दन का नेचुरल पॉश्चर नहीं बिगड़ता है. यह सोने की स्थिति को सुधारता है, जिससे गर्दन और पीठ की मांसपेशियों पर दबाव कम होता है. जिससे रीढ़ की हड्डी में ऐंठन और दर्द की समस्या नहीं होती है.
तकिया का इस्तेमाल सिर और गर्दन को असामान्य रूप से ऊंचा कर सकता है, जिससे मांसपेशियों में तनाव और सिरदर्द होता है. तकिया के बिना सोने से गर्दन और सिर का अलाइनमेंट सही रहता है, जिससे सिर दर्द और माइग्रेन की समस्या में राहत मिलती है.
तकिया पर सोने से त्वचा पर दबाव पड़ता है, जिससे मुंहासे और झुर्रियां जल्दी नजर आने लगते हैं. वहीं, तकिया के बिना सोने से चेहरे में ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से होता है, जिससे त्वचा में चमक बनी रहती है और उम्र बढ़ने का इफेक्ट देर से होता है.
बिना तकिए के सोने से करवट लेने में आसानी होती है, जिससे नींद किसी तरह का खलल नहीं पड़ता है. इससे व्यक्ति लंबे घंटे तक आराम से नींद पूरी कर पाता है.
खर्राटे की समस्या वाले लोगों के लिए तकिए के बिना सोना बहुत मददगार साबित हो सकता है. इससे सांस की नली खुली रहती है और सांस लेने में दिक्कत नहीं होती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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