Kanhaiya Kumar slapped case: नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से कांग्रेस और INDIA ब्लॉक के प्रत्याशी कन्हैया कुमार को एक युवक ने पहले सम्मान दिया फिर झन्नाटेदार कंटाप जड़ दिया. राजनेताओं को जोरदार थप्पड़ जड़ने का ये कोई पहला मामला नहीं है. नेता जी को चांटा रसीद करने वाले शख्स ने अपनी इस हरकत के पीछे की वजह भी बताई. दरअसल लोग अपना वोट देकर जिस नेता को चुनाव जिताकर सिर आंखों पर बिठाते हैं, कई बार उन्हीं पर भड़ककर गुस्सा भी जता देते हैं. ऐसे लोग नेताओं को थप्पड़ मारने और यहां तक कि उनपर जूता फेंकने से भी बाज नहीं आते. आइए अब आपको बताते हैं कि देश विदेश में कब-कब ऐसे थप्पड़ कांड हुए.
उत्तर पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार कन्हैया कुमार पर दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान कई लोगों ने हमला किया और उन पर काली स्याही फेंकी. पूर्वी दिल्ली के न्यू उस्मानपुर इलाके में शुक्रवार को हुई मारपीट का वीडियो अब वायरल हो गया है. कथित हमलावरों में से दो ने वीडियो जारी कर दावा किया गया है कि उन्होंने कांग्रेस नेता की पिटाई की. उन्होंने ऐसा करने की वजह बताते हुए कहा, 'कन्हैया ने देश को तोड़ने के नारे लगाए थे और भारतीय सेना के खिलाफ बोला था. इसलिए उन्हें पीटा.' हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि किसी नेता को सरेआम थप्पड़ मारा गया हो. इससे पहले भी कई नेताओं को सार्वजनिक तौर पर थप्पड़ पड़ चुके हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक रोड शो के दौरान 2014 में एक ऑटो ड्राइवर ने थप्पड़ जड़ दिया था. केजरीवाल दिल्ली के किराड़ी इलाके में रोड शो कर रहे थे.
2019 में गुजरात के सुरेंद्रनगर में हार्दिक पटेल को थप्पड़ मारा गया था. एक पाटीदार युवक ने हार्दिक पटेल को तमाचा मारा था. उस समय हार्दिक चुनावी सभा में भाषण दे रहे थे, तभी उन्हें थप्पड़ मारा गया.
करीब 10 साल पहले फरवरी 2014 में पानीपत में एक बेरोजगार युवक ने हरियाणा के सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को थप्पड़ मार दिया. हुड्डा पानीपत में एक रोड शो कर रहे थे. आरोपी युवक का नाम कमल मखीजा बताया गया है, जो नौकरी न मिलने से परेशान था.
जनवरी 2020 में JNU के मेन गेट के बाहर राजनेता-कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव की कुछ लोगों ने जमकर कुटाई की थी. खुद यादव ने एक फेसबुक पोस्ट में बताया था कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में नकाबपोश भीड़ ने उन पर तीन बार हमला किया. उन्हें लोहे की छड़ें मारी गईं. स्वराज अभियान प्रमुख ने खुद को थप्पड़ मारे जाने का आरोप भी लगाया था.
2008 में लखनऊ में कुछ गिरफ्तार छात्रों की रिहाई की मांग करते हुए समर्थकों के साथ धरना दे रहे शिवपाल यादव को एक सिपाही ने तमाचा मार दिया था.
2011 में तत्कालीन यूपीए सरकार में कृषि मंत्री शरद पवार को एक युवक ने थप्पड़ मार दिया था. हरविंदर सिंह नाम के इस शख्स ने भ्रष्टाचार और मंहगाई के खिलाफ नारे लगाते-लगाते पवार पर हमला बोल दिया था.
लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण के मतदान वाले दिन आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ YSRCP के विधायक ने एक पोलिंग बूथ पर एक मतदाता को थप्पड़ मार दिया. इसके बाद वोटर ने भी उन्हें एक थप्पड़ मार दिया. थप्पड़ के बदले थप्पड़ खाने वाले नेता YSRCP के वीएस शिवकुमार थे, जो कि सत्तारूढ़ दल के विधायक हैं. BJP ने इसका वीडियो शेयर करते हुए विधायक के इस कृत्य को अहंकार और गुंडागर्दी बताया था.
2016 में आम आदमी पार्टी के विधायक दिनेश मोहनिया पर थप्पड़ जड़ा गया था. उस दिन लोग पानी की सप्लाई में हो रही दिक्कत को लेकर विधायक दिनेश मोहनिया से मिलने गए थे. उसी दौरन बहस शुरू हो गई और बहस इतनी बढ़ गई कि विधायक को थप्पड़ मार दिया गया.
2018 में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले को मुंबई के पास एक कार्यक्रम में एक युवक ने थप्पड़ मारा. यह घटना पुलिस की मौजूदगी में ठाणे के अंबरनाथ में हुई थी.
चुनावी रैलियों से इतर TV पर भी ऑन स्क्रीन थप्पड़ कांड हो चुके हैं. यहां बात जून 2021 की जब पाकिस्तान की जिसके पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की करीबी नेता डॉ. फिरदौस आशिक अवान ने शो के बीच एक सांसद को जोरदार चांटा रसीद कर दिया. पीडि़त सांसद बिलावल भु्ट्टो की पार्टी पीपीपी के कादिर मंडोखेल थे. बहस के दौरान फिरदौस इतना भड़क गईं कि आपा खो बैठीं और उन्होंने तमाचा जड़ दिया. इस दौरान फिरदौस अभद्र भाषा का उपयोग करती नजर आईं.
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