Nigeria school attack Gunmen kidnap 287 student: अफ्रीका महाद्वीप के नाइजीरिया में स्कूलों को निशाना बनाना और बच्चों को अगवा करने के मामले थमने के नाम नहीं ले रहे हैं. स्कूली बच्चों की किडनैपिंग के आंकड़ों ने संयुक्त राष्ट्र (UN) की चिंता बढ़ा दी है. अफ्रीकी एक्सपर्ट्स का मानना है कि यहां एक संगठित गिरोह बनाकर बच्चों को अगवा किया जा रहा है. जिसे रोकने में देश की सरकार फेल और प्रशासन नाकाम रहा है. इस बार तो बच्चों के कथित सौदागरों ने सारी हदें पार करते हुए एक साथ 287 स्कूली छात्रों को अगवा कर लिया. फिर क्या हुआ और नाइजीरिया में ऐसा क्यों हो रहा है? आइए बताते हैं.
नाइजीरिया में बंदूकधारियों ने कुछ देर पहले कुरिगा सिटी में 287 स्कूली बच्चों को अगवा कर लिया. नाइजीरिया में 2021 के बाद से किसी स्कूल पर हुआ ये सबसे बड़ा हमला है, जब इतनी बड़ी तादाद में छात्रों का अपहरण किया गया है. पुलिस के बयान और टीवी में खबर चलने के बाद इस वारदात की खबर जंगल में लगी आग की तरह फैली. फौरन बच्चों के पैरेंट्स और स्कूल स्टाफ के परिजन मौके पर पहुंचे. फिलहाल कडुना राज्य की पुलिस ने चुप्पी साध रखी है. पुलिस ने किडनैपिंग की इस सबसे बड़ी वारदात को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया है.
इकोनॉमिक्स के टीचर सानी अब्दुल्लाही ने अपने पहले स्टेटमेंट में बताया कि बहुत से पैरेंट्स ने अपने बच्चों की डिटेल हमसे साझा की है, उनके आधार पर इंटरमीडियट ब्लॉक से किडनैप किए गए बच्चों का आंकड़ा 187 है, जबकि प्राइमरी स्कूल से अगवा हुए बच्चों की संख्या फिलहाल 40 है. हालांकि ये आकंड़ा बढ़ सकता है.
कुरिगा के स्थानीय पार्षद इदरीस मयल्लुरा ने कहा कि खबर मिलते ही वो स्कूल की ओर भागे थे लेकिन जबतक पुलिस पहुंचती बंदूकधारियों ने प्राइमरी स्कूल के 100 बच्चों को पकड़ लिया. लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया.
अगवा हुए बच्चों के घर मातम पसरा है. छात्रों के माता-पिता और स्थानीय निवासियों ने अपहरण के लिए क्षेत्र में सुरक्षा की कमी को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि आए दिन होने वाली वारदातों से वो तंग आ चुके हैं. ऐसे में अब कई पैरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे हैं और उनका नाम स्कूल से कटाने के लिए सोच रहे हैं.
कडुना राज्य के गवर्नर उबा सानी ने कुरिगा का दौरा किया और छात्रों को रिहा कराने का वादा किया, लेकिन यह नहीं बताया कि कितने छात्र लापता हैं. एमनेस्टी इंटरनेशनल ने नाइजीरियाई अधिकारियों से छात्रों को सुरक्षित रूप से बचाने और अपराधियों को जिम्मेदार ठहराने की अपील की है. फातिमा उस्मान, जिनके दो बच्चे अपहृत लोगों में से थे ने रॉयटर्स को बताया, 'हम नहीं जानते कि क्या करना है, हम सभी यह देखने का इंतजार कर रहे हैं कि भगवान क्या कर सकते हैं? वे मेरा सहारा हैं. दुनिया में मेरे यही बच्चे हैं. उन्हें जल्दी छुड़ाना चाहिए.'
बच्चों का मन कोमल होता है. वो कुम्हार के कच्चे घड़े जैसे होते हैं. बचपन से जैसा ढ़ाल दो उस आकार-माहौल में ढल जाते हैं. जब बच्चों को हथियार के रूप में इस्तेमाल करके किसी गलत मकसद को पूरा करने के लिए उन्हें किडनैप कर लिया जाता है तब ये बेहद गंभीर मामला बन जाता है. नाइजीरिया में गरीबी और बेरोजगारी चरम पर है. ऐसे में हथियारबंद समूह अक्सर सरकार को चुनौती देने के लिए या अपनी मांगें मनवाने के लिए बच्चों को ढाल बनाते हैं. इसी वजह से नाइजीरिया के स्कूली बच्चों के सिर पर मंडरा रहा खतरा अभी टला नहीं है.
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