Spices For Viral Infections: बदलते मौसम में वायरल इंफेक्शन का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है, ऐसे में अगर जरा सी लापरवाही की गई तो तो आपको बुखार, सर्दी-खांसी और जुकाम जैसी परेशानियां हो सकती है. इसके लिए जरूरी है कि आप ऐसी चीजें खाएं जिसके जरिए बॉडी की इम्यूनिटी बढ़ जाए. शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता जितनी मजबूत होगी उतना ही बीमारियों का खतरा कम होगा. आइए जानते हैं कि इसके लिए किया किया जा सकता है.
हमारे किचन में कई ऐसे मसाले हैं जिनमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमाइक्रोबियल, और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती है, ये किसी आयुर्वेदिक औषधि से कम नहीं हैं. इन्हें पॉवरफुल सुपरफूड्स कहा जाता है. 4 मसालों को खाने से बदलते मौसम में संक्रमण का खतरा कम हो जाता है. फिर सर्दी, खांसी और जुकाम का खतरा भी घटने लगता है.
अजवाइन का इस्तेमाल हम अक्सर पूड़ी या कचौड़ी बनाने में करते हैं, इसे पेट दर्द में भी इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन अजवाइन का इस्तेमाल आप सर्दी-जुकाम से बचने के लिए भी कर सकते हैं. इसमें थाइमोल (Thymol) जैसे कपाउंड होते हैं जो संक्रमण से बचाते हैं.
पुलाव बनाने में आप दालचीनी का इस्तेमाल करते ही हैं लेकिन क्या आपने सोचा है कि ये वायरल इंफेक्शन से आपको कैसे बचाएगा. दरअसल इस मसाले में पॉलीफेनोल्स (Polyphenol) और प्रोएंथोसायनिडिन (Proanthocyanidin) होते हैं, जो अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए मशहूर हैं, इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है.
काली मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ विटामिन सी और फ्लेवोनॉयड्स भी होते हैं जो इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉन्ग बनाने मदद करते हैं. इससे सर्दी-जुकाम समेत कई तरह के फ्लू से राहत मिलती है. साथ ही इसके एंटीबैक्टीरियल गुण खतरनाक माइक्रोऑर्गेनिज्म से लड़ने में मदद करते हैं.
अदरक एक नहीं, कई बीमारियों का दुश्मन है, यही वजह है कि हम अक्सर इसे चाय में मिलाकर पीते हैं. अदरक में मौजूद जिंजरोल (Gingerol) कंपाउंड शरीर को अंदरूनी मजबूती देता है और कई छोटी मोटी और बड़ी बीमारियों से बच जाते हैं.
(Disclaimer:प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मक़सद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)
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