Vastu Tips For Mirror: शीशा एक ऐसी चीज है, जो हरेक घर में पाई जाती है. कई लोग अपने कार्यस्थल पर भी शीशा रखना पसंद करते हैं. वास्तु शास्त्र की मानें तो कार्यस्थल पर शीशा रखना शुभ माना जाता है लेकिन इस संबंध में कुछ नियम भी हैं. अगर उन नियमों का पालन न किया जाए तो अर्थ का अनर्थ होते भी देर नहीं लगती.
अगर आप कार्यस्थल पर शीशा रखना चाहते हैं तो इस बात का खास ध्यान रखें कि उसका आकार गोल हो. इस तरह के शीशे से सकारात्मक ऊर्जा निकलती है, जिससे करियर में तरक्की होती है. तिकोना या चौकोर शीशा रखने से निजी और प्रोफेशनल, दोनों जीवन में अनेक परेशानियां आने लगती हैं.
वास्तु शास्त्र के मुताबिक कार्यस्थल पर जिस जगह शीशा रखा हो, उसके आसपास ज्यादा सामान नहीं रखना चाहिए. इससे शीशा टूटने का डर हमेशा बना रहेगा. साथ ही शीशे से निकलने वाली सकारात्मक ऊर्जा फैलकर नकारात्मक ऊर्जा में परिवर्तित हो सकती है, जिससे नुकसान होगा.
आप अपने कार्यस्थल पर जिस शीशे को लगाना चाहते हैं, उसका पीछे का रंग नीला होना चाहिए. काले या अन्य रंग का शीशा रखने से आपका ध्यान कामकाज से भटक सकता है. जिससे नौकरी में तरक्की की आपकी आशाएं धूमिल हो सकती हैं. साथ ही जॉब पर भी संकट मंडरा सकता है.
आप अपने कार्यस्थल पर अगर शीशा रखना चाहते हैं तो उसका एंगल इस प्रकार होना चाहिए कि आपकी छवि सीधी न दिखाई दे. दूसरे शब्दों में कहें तो आप उसे दफ्तर में ऐसी जगह पर रखें, जहां से आपकी इमेज उसमें न उभरे. ऐसा करने से आपके काम में रुकावट आ सकती है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार दफ्तर में डेस्क पर शीशा रखें तो उसके आकार पर जरूर ध्यान दें. वह न तो ज्यादा बड़ा होना चाहिए और न ही बहुत छोटा. मध्यम आकार का शीशा रखना बेहतर माना जाता है. इस तरह का शीशा बाजार में आसानी से मिल जाता है, जिसे ऑफिस में रखा जा सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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