RudraM-II missile: चीन और पाकिस्तान से निपटने के लिए भारत ने ऐसी मिसाइल विकसित कर ली है, जिसे रडार भी नहीं पकड़ सकता है. यह अपने साथ 200 किलो पेलोड लेकर दुश्मन को बिना भनक दिए तबाह कर सकती है.
स्वदेशी तकनीक से विकसित रूद्रम- 2 मिसाइल (RudraM-II) एयर टू सरफेस मिसाइल है. दूसरे शब्दों में कहें तो यह मिसाइल फाइटर जेट से जमीन पर मौजूद टारगेट को तबाह करने के लिए बनाई गई है. अपने परीक्षण में इस मिसाइल ने सफलता के साथ लक्ष्य भेद दिया.
DRDO ने मिसाइल (RudraM-II) का यह परीक्षण भारतीय वायु सेना के साथ मिलकर किया. वायु सेना के Su-30 MK-I फाइटर जेट ने आज सुबह 11.30 बजे मिसाइल को समुद्र में बने टारगेट पर दागकर बर्बाद कर दिया.
DRDO के मुताबिक अपने टेस्ट में रूद्रम- 2 मिसाइल (RudraM-II) सारे ऑब्जेक्टिव को हासिल करने में सफल रही. इस दौरान मिसाइल का प्रोपल्शन सिस्टम, कंट्रोल और गाइडेंस ने भी बेहतरीन काम किया.
एक्सपर्टों के मुताबिक टेस्टिंग के दौरान रडार, टेलेमेट्री स्टेशन और सैटेलाइट के जरिए उसके मार्ग की निगरानी की गई थी. इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी में तैनात नौसेना के जहाजों ने मिसाइल टेस्ट पर नजर रखी.
रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक रूद्रम- 2 मिसाइल 200 किलो तक का पेलोड यानी विस्फोटक ले जाने में सक्षम है. इस मिसाइल को 3 से 15 किमी की ऊंचाई से छोड़ा जा सकता है. यह मिसाइल एयर क्राफ्ट हैंगर, बंकर और हवाई पट्टी को बर्बाद करने में सक्षम है.
रूद्रम- 2 की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसका निशाना अचूक होता है. यानी कि अगर एक बार इसे फायर कर दिया तो अपने टारगेट को तबाह करके ही रहती है. निशाना अचूक होने की वजह से आसपास की जगहों को कोई नुकसान नहीं होता. इस मिसाइल की बड़ी खासियत ये है कि इसे पकड़ा नहीं जा सकता.
भारत और चीन के बीच वर्ष 2020 से पूर्वी लद्दाख में सैन्य तनाव चल रहा है. भारत पर दबाव बनाने के लिए चीन ने अपने कब्जे वाले इलाके में भारी हथियार और सैनिक जमा कर रखे हैं. भारत भी इतने ही अनुपात फौज और हथियार रखकर उसे जवाब दे रहा है.
डिफेंस एक्सपर्टों को आशंका है कि भारत को कमजोर देख चीन कभी न कभी उस पर हमला करने की जुर्रत जरूर कर सकता है. ऐसे में उसके दांत तोड़ने के लिए भारत भी अपने शस्त्रागार में भयानक हथियार जमा कर रहा है. इस मिसाइल के जरिए वह जब चाहे चीन के हैंगर, हवाई पट्टी और छावनियों को उड़ा सकता है.
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