किताबों के दीवानों के लिए यह जगह स्वर्ग से कम नहीं है. यह दुनिया की सबसे पुरानी किताब बाजारों में से एक है. यहां रात में सड़कें किताबों की चादर ओढ़ लेती हैं. और सबसे अद्भुत बात यह है कि यहां किताबें सुरक्षित हैं, जैसे कोई परिवार का सदस्य हो.
सोशल मीडिया और डिजिटल का जमाना भले ही काफी आगे चला गया है लेकिन किताबों के दीवाने आज भी दुनिया में बहुत हैं. क्या आपको पता है कि दुनिया की सबसे पुरानी किताब की बाजार कहां लगती है. यहां सबसे सस्ती किताबें मिल जाती हैं. कुछ समय पहले BaytAlFun नाम के एक ट्विटर यूजर ने इस बाजार में पहुंचकर कई तस्वीरें शेयर की थीं. असल में यह बाजार ईराक के बगदाद शहर में है. यहां के अल-मुतनबी स्ट्रीट में यह बाजार लगती है. इस स्ट्रीट को दुनिया की सबसे पुरानी किताब बाजारों में से एक माना जाता है.
बगदाद का अल-मुतनबी स्ट्रीट एक ऐतिहासिक पुस्तक बाजार के लिए जाना जाता है. यहां हर दिन पुस्तकें बिकती हैं, लेकिन शुक्रवार को यहां छात्रों का विशेष जमावड़ा होता है. यह बाजार न सिर्फ पुस्तकें बेचता है बल्कि ज्ञान और विचारों का भी आदान-प्रदान करता है.
अल-मुतनबी स्ट्रीट की सबसे खास बात यह है कि यहां रात में सड़कों पर किताबें बिछाई जाती हैं, ताकि लोग आराम से बैठकर पढ़ सकें. यह बगदाद की साहित्यिक विरासत का एक अहम हिस्सा है और सदियों से शहर के बौद्धिकों का केंद्र रहा है.
कहा जाता है कि अल-मुतनब्बी स्ट्रीट कम से कम 8वीं शताब्दी से विभिन्न धर्मों के लेखकों के लिए एक सुरक्षित ठिकाना रहा है. युद्ध और अस्थिरता के बावजूद, बगदाद की इस जगह ने सांस्कृतिक पुनर्जागरण के कई दौर देखे हैं. समय-समय पर इस स्ट्रीट का जीर्णोद्धार होता रहा है, लेकिन इसकी साहित्यिक विरासत हमेशा बनी रही है.
1932 में राजा फैसल प्रथम ने बगदाद में अल-मुतनबी स्ट्रीट का उद्घाटन किया था. इसका नाम 10वीं शताब्दी के महान कवि, अबुल तैयब अल-मुतनब्बी के सम्मान में रखा गया.
यह बाजार पुराने बगदाद के बीचोबीच मौजूद अल-मुतनबी में है. आमतौर पर शुक्रवार को छात्रों और युवाओं का आना-जाना यहां लगा रहता है, लेकिन यहां बुद्धिजीवियों और पुराने ग्रन्थप्रेमियों का तांता रोज लगा रहता है. यहां कम पैसों में काफी किताबें खरीद सकते हैं. यहां पुरानी किताबें खरीदेंगे तो और सस्ती मिल जाएगी, यहां तक कि आप ट्रक भर सकते हैं.
अल-मुतनबी स्ट्रीट न केवल किताबों का घर है, बल्कि यहां कला, संस्कृति और ज्ञान का उत्सव भी मनाया जाता है. नियमित रूप से आयोजित होने वाले कला प्रदर्शन, पुस्तक मेले और त्योहार इस बात का प्रमाण हैं कि यहां एक सांस्कृतिक पुनर्जागरण चल रहा है.
अल-मुतनबी स्ट्रीट पर सैकड़ों किताबों की दुकानें, छोटे-छोटे स्टॉल, कैफे, स्टेशनरी की दुकानें और चाय की दुकानें हैं. यहां आपको हर तरह की किताबें मिल जाएंगी. करीब एक दशक पहले हुए बम धमाके के बावजूद, अल-मुतनबी स्ट्रीट की साहित्यिक आत्मा आज भी जीवंत है. (Credit and Photos: Bayt Al Fann & Ali Khadr)
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