Bihar News: बिहार की राजनीति में सुर्खियां बनाने के बाद तेजप्रताप यादव दिल्ली दौरे पर हैं. उन्हें उम्मीद है कि तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद दल में सबकुछ सही हो पाएगा.
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Patna: बिहार में प्रमुख विपक्षी दल आरजेडी (RJD) में कोहराम थमने का नाम नहीं ले रहा है. विधायक और लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) बीते दिनों छात्र राजद के अध्यक्ष आकाश को पार्टी से निकाले जाने के बाद एक के बाद एक बयान प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) पर दे रहे थे. अब खबर है कि तेजस्वी के बाद लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप भी दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं.
पिछले कई दिनों से एक के बाद एक बड़े बयान देने वाले तेज प्रताप यादव ने फिलहाल चुप्पी साध ली है. ऐसा लगता है कि पार्टी के अनुशासन की बात को वह ध्यान रख रहे हैं. भले ही तेज प्रताप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कृष्ण व अर्जुन की जोड़ी का बखान कर रहे हैं लेकिन राजनीतिक गलियारों में मचा शोर नहीं थम रहा है. बिहार की अन्य राजनीतिक पार्टियां तोहफे में मिले इस मुद्दे को हर हाल में भुनाना चाहती है, तभी चुन-चुनकर वार कर रही है.
'जब नाश मनुज पर छाता है तो विवेक मर जाता है'
जेडीयू की प्रदेश सचिव डॉक्टर तारा श्वेता आर्य ने आरजेडी में मचे घमासान पर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि महाभारत का जिक्र तो लोग कर रहे हैं, लेकिन यह भूल जाते हैं कि जब नाश मनुज पर छाता है पहले विवेक मर जाता है. ठीक यही स्थिति आरजेडी में दिखाई दे रही है. तारा श्वेता आर्य ने कहा कि जगदानंद सिंह जैसे वरिष्ठ नेता पर जिस तरह से बोला जा रहा है, वो बताता है कि राष्ट्रीय जनता दल के काम करने का तरीका क्या और किस तरह का है?
'तेजप्रताप शकुनि को पहचाने'
उधर, बीजेपी ने इसे तेजप्रताप के वर्चस्व से जोड़ दिया है. बीजेपी नेता अरविंद सिंह ने कहा कि तेजप्रताप यादव अपने पार्टी के शकुनि को पहचाने. उनके साथ आरजेडी में अन्याय हो रहा है. जगदा बाबू अपने पुत्र के लिए तेज प्रताप यादव की बलि दे रहे हैं. इतना ही नहीं उन्होंने तेज प्रताप से जनता के बीच जाने और न्याय की गुहार लगाने का सुझाव दिया है.
'BJP परिवार का महत्व नहीं समझती'
वहीं, कांग्रेस का कहना है कि तेजप्रताप-तेजस्वी मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है. किसी के पारिवारिक मामले को तूल देना सही नहीं है. बीजेपी परिवार के महत्व को नहीं समझती है. पीएम मोदी का भी परिवार नहीं है, सीएम योगी भी परिवार विहीन है.
उधर, तेज प्रताप यादव सियासी घमासान के बीच दिल्ली जा रहे हैं. इतिहास गवाह रहा है कि राजनीति में बड़ी-बड़ी समस्याओं का समाधान दिल्ली में हुआ है या फिर बड़ी-बड़ी घटनाएं दिल्ली से निकले आदेश से ही हुई है. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के घर में मची कलह भी हो सकता है कि दिल्ली में ही शांत हो.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी दिल्ली में हैं
बता दें कि लालू प्रसाद यादव दिल्ली में है. बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी दिल्ली में है. ऐसे में तेज प्रताप यादव का दिल्ली में दस्तक देना लाजिमी है. दिल्ली में तेज प्रताप तेजस्वी से मुलाकात करेंगे. अपनी बात उनके समक्ष रखेंगे और साथ देने की जो उम्मीद उन्होंने पाली है उसपर मुहर लगवाएंगे. हालांकि, हो सकता है कि राजनीति के धुरंधर और बिहार की सियासत में उफान भर रहे मुद्दे पर अबतक चुप्पी साधे लालू यादव की उपस्थिति में ये मुलाकात हो जिसके बाद दोनों भाइयों के बीच मची नूरा कुश्ती को नया ही आयाम मिल जाएं.