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Shani Dev Puja Ka Sahi Samay: न्याय के देवता शनि देव व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार शुभ और अशुभ फल प्रदान करते हैं. शनि देव को कर्म फलदाता के नाम से भी जाना जाता है. कहते हैं कि अच्छे कर्म करने वाले व्यक्ति को शुभ फल और बुरे कर्म करने वाले लोगों को अशुभ फलों की प्राप्ति होती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ज्येष्ठ माह की अमावस्या को हर साल शनि जयंती मनाई जाती है. इस बार शनि जयंती 19 मई के दिन पड़ने जा रही हैं.
ज्योतिष शास्त्र में शनि को क्रूर ग्रहों में से एक माना गया है. कहते हैं कि शनि देव व्यक्ति से जब-जब प्रसन्न होते हैं, उसके जीवन में सुख-समृद्धि के साथ धन-दौलत की बरसात कर देते हैं. उसका जीवन खुशियों से भर देते हैं. इतना ही नहीं, अगर किसी पर मेहरबान हो जाएं, तो उसके सारे कष्ट हर लेते हैं. लेकिन बुरे कर्म करने वाले लोग शनि के प्रकोप से बच नहीं सकते. शनि देव को प्रसन्न करने और उनके प्रकोप से बचने के लिए विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है. जानें शनि देव की पूजा करने का सही तरीका, समय और दिन के बारे में.
किस समय करें शनि देव की पूजा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव की पूजा के लिए सही समय शनिवार का दिन बताया जाता है. कहते हैं कि शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है. जो लोग सच्चे मन और पूरे श्रद्धा के साथ शनि देव की पूजा करते हैं, उन पर शनि देव विशेष रूप से मेहरबान होते हैं. बता दें कि शनि देव की पूजा सूर्योदय से पहले और सूर्योदय के बाद करना बेहद शुभ माना गया है. मान्यता है कि अगर इस समय पूजा की जाए, तो वे भक्तों से प्रसन्न हो जाते हैं.
इस समय भूलकर भी न करें शनि देव की पूजा
शास्त्रों में बताया गया है कि शनि और सूर्य एक दूसरे के विरोधी हैं. दोनों ही एक दूसरे के विपरीत माने जाते हैं. ऐसे में कहते हैं कि जब सूर्य होता है तो उनकी किरणें शनि देव की पीठ पर पड़ती हैं. इसलिए कहते हैं कि शनि देव इस समय कोई भी पूजा स्वीकार नहीं करते.
पूजा के दौरान भूलकर भी न करें ये गलतियां
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव की पूजा करते समय कभी भी आंखों में आंखे न डालें. इस बात का ध्यान रखें कि जब आप शनि देव की पूजा करें, तो या तो आंखें बंद होनी चाहिए या फिर शनिदेव के चरणों में देखें. कहते हैं कि अगर शनि देव की आंखों में आंखें डालकर पूजा की जाए, तो इससे नकारात्मक असर पड़ता है.
- शनिदेव की पूजा करते समय ध्यान रखें कि आपका मुंह पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए.
- शनि देव की पूजा के समय रंगों का भी खास ध्यान रखें. लाल रंग के कपड़े पहन कर भूलकर भी पूजा न करें. इस दौरान आप पीले, नीले आदि रंग के कपड़े पहनें.
- शनिदेव के मंदिर में उन्हें भूलकर भी पीठ न दिखाएं. इससे शनिदेव नाराज हो जाते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)