Dry Fruit: अंगूरों को सुखा कर किशमिश तैयार किया जाता है. यह न सिर्फ स्वाद बल्कि सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है. किशमिश में विटामिन, मिनरल और फाइबर भरपूर होता है. इसे सुपरफूड कहा जाता है. मीठे और नमकीन दोनों प्रकार के व्यंजनों को तैयार करने में किशमिश का प्रयोग किया जाता है. किशमिश कई रंगों में बाजार में मिलता है तो आईए जानते हैं कि कौन सा किशमिश ज्यादा फायदेमंद है.
गोल्डन किशमिश में फाइबर, पोटेशियम और आयरन पाया जाता है. भारत में सबसे अधिक इसका ही इस्तेमाल होता है. इस किशमिश में नेचुरल शुगर की मात्रा काफी ज्यादा पाई जाती है. इस किशमिश के सेवन से शरीर को फाइबर की भरपूर मात्रा मिलती है. इसके सेवन से कब्ज करने से कब्ज से छुटकारा मिलता है साथ ही शरीर में ऊर्जा को बढ़ाता है.
हरी किशमिश रसदार और कोमल होती हैं. इसके अलावा यह पतली और लंबी होती है. हरी किशमिश में फाइबर, विटामिन और खनिज तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. यह आयरन का एक बेहतरीन स्रोत माना जाता है. हरी किशमिश खाने खाने से कोलेस्ट्रॉल पर भी नियंत्रण पाया जाता है. यह दिल की बीमारियों के खतरे को कम कर देता है.
काली किशमिश से शरीर को फाइबर, आयरन और पोटैशियम जैसे तत्व मिलती है. काली किशमिश से आंतों के स्वास्थ्य को फायदा होता है. काली किशमिश खाने से गुड बैक्टीरिया बढ़ता है. इसके अलावा काली किशमिश में आयरन की मात्रा भरपूर होती है. जिससे कि बालों का ग्रोथ होता है.
लाल किशमिश खाने में स्वादिष्ट और बनावट में काफी मुलायम होता है. इस किशमिश को फ्लेम किशमिश भी कहते हैं. यह किशमिश लाल अंगूर से बनता है. यह एंटीऑक्सीडेंट का खान होता है. इसके अलावा इसमें विटामिन सी की भी मात्रा होती है. लाल किशमिश से कैविटी और मसूड़ों की बीमारी पर काबू पाया जाता है.
(Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)
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