Astrology: माला जाप करते समय भूल से भी न करें ये गलती, वरना नहीं मिलेगा पूरा फल
Advertisement
trendingNow12013214

Astrology: माला जाप करते समय भूल से भी न करें ये गलती, वरना नहीं मिलेगा पूरा फल

Rules For Chanting Mala:हिंदू धर्म में सभी भगवान की अराधना के अलग-अलग प्रकार हैं जिनमें से एक है माला जाप जिसके जरिए भी भगवान की अराधना की जाती है. पर इन माला जाप के कुछ खास नियम होते हैं जिन्हें गलती से भी नजरअंदाज किया जाए तो दुष्परिणाम भुगतना पड़ सकते हैं.

 

mala jaap

Rules Of Mantra Jaap: हिंदू धर्म में रुद्राक्ष की माला धारण करने के बारे में हर किसी ने सुना होगा. भगवान भोले की आराधना के लिए उपयोग किए जाने वाले रुद्राक्ष भगवान भोलेनाथ को अति प्रिय है. रुद्राक्ष माला के जरिए मंत्र का जाप कर भगवान शिव की उपासना कर भक्त उन्हें प्रसन्न करते हैं. ठीक वैसे ही भगवान विष्णु की आराधना के लिए पीले चंदन या फिर तुलसी की माला का प्रयोग किया जाता है. वहीं भगवान श्री कृष्ण की उपासना के लिए मंत्र के साथ वैजयंती माला का प्रयोग किया जाता है.

बता दें कि माता लक्ष्मी की आराधना के लिए कमलगट्टे की माला का प्रयोग करते हैं तो वहीं चंद्र देव के मंत्रों के लिए मोती की माला से जाप करते हैं. मूंगे की माला से मंगल देवी आराधना की जाती है तो हल्दी की माला से देवगुरू बृहस्पति के मंत्रों का जाप करते हैं. आइए विस्तार में हिंदू शास्त्र में जानें कि माला जाप के क्या नियम हैं !

माला जाप के नियम

- कभी भी भगवान को याद करते हुए माला का जाप करें तो व्यक्ति को साफ आसन का प्रयोग करना चाहिए. बता दें बिना आसन के जमीन पर बैठ कर जाप करने से फल नष्ट होने का डर रहता है.

- इसके अलावा हमेशा जाप करते समय व्यक्ति का मुंह पूर्व दिशा में होना चाहिए. वहीं माला का जाप करते समय माला हमेशा हृदय चक्र के पास ही होना चाहिए. 

- माला जाप करते समय मध्यम अंगुली का प्रयोग करना चाहिए. वहीं मोती बदलने के लिए अंगूठे का प्रयोग करें. इस बात का ध्यान रखना आवश्यक है कि मोती को बदलते समय इसे अपनी ओर ही घुमाएं.

- जाप से पहले नहाना आवश्यक है. इसके साथ ही शांत वातावरण और शुद्ध जगह पर बैठकर माला का जाप करें. ध्यान रखें कि व्यक्ति अगर ब्रह्म मुहूर्त में काल में माला का जाप करता है तो यह और भी फलदायी होगा.

माला जाप करते समय ना करें ये गलती

जिस माला से जाप कर रहे हैं उसे गले में धारण ना करें. इसे मंदिर में सम्मान के साथ उपासना के बाद रख दें. कभी भी किसी और व्यक्ति की माला से मंत्र का जाप ना करें. मंत्र का जाप करते समय किसी भी प्रकार के नकारात्मक विचारों को मन में ना लाएं. ऐसा करने से मंत्र का फल नष्ट हो सकता है.

Bhagya Rekha: किस्मत को नहीं देंगे दोष, इन 2 उपायों को करने मात्र से ही सोने की तरह चमक उठेगा भाग्य
 

Bageshwar Dham: आज से दिल्ली में यहां लगेगा बागेश्वर धाम बाबा का दरबार, हनुमान कथा का होगा आयोजन
 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

 

Trending news