आत्‍महत्‍या के विचार आते हैं तो जरूर कर लें ये काम, फिर से जाग उठेगी जीने की आस
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आत्‍महत्‍या के विचार आते हैं तो जरूर कर लें ये काम, फिर से जाग उठेगी जीने की आस

Suicidal Thoughts in Astrology: आत्‍महत्‍या या सामूहिक आत्‍महत्‍या की कई खबरें इन दिनों लगातार आ रही हैं. ज्‍योतिष की नजर से जानते हैं कि आत्‍महत्‍या के विचार मन में क्‍यों आते हैं और ऐसे विचार आने पर क्‍या करना चाहिए ताकि व्‍यक्ति में जीने के प्रति रुचि फिर से पैदा हो सके.  

आत्‍महत्‍या के विचार आते हैं तो जरूर कर लें ये काम, फिर से जाग उठेगी जीने की आस

कमजोर चंद्रमा के उपाय: जीवन की समस्‍याओं और चुनौतियों से डरकर परिस्थितियों से घबराकर जीवन खत्‍म करने का विचार हर धर्म-शास्‍त्र में गलत ही बताया गया है. फिर भी कई बार व्‍यक्ति इनसे हार जाता है और मौत को गले लगाना ही बेहतर समझता है. ज्‍योतिष में इन स्थितियों के पीछे कुछ कारण बताए गए हैं, साथ ही उनसे निजात पाने के उपाय भी बताए गए हैं. ताकि व्‍यक्ति आत्‍महत्‍या जैसे कायरतापूर्ण विचार को त्‍याग कर जीवन की ओर वापस लौट सके. 

क्‍यों आते हैं आत्‍महत्‍या के विचार? 

ज्‍योतिषाचार्य पंडित शशिशेखर त्रिपाठी कहते हैं कि कुंडली में मन के कारक चंद्रमा का कमजोर होना व्‍यक्ति को मानसिक रूप से कमजोर बनाता है. कुंडली में चंद्रमा पीड़ित हो तो जातक की जीवन जीने की रुचि ही खत्‍म हो जाती है. उसकी प्रसन्‍नता छिन जाती है. जब पीड़ित चंद्रमा का केतु के साथ कनेक्‍शन बन जाए तब स्थिति और मुश्किल हो जाती है. केतु अज्ञात भय देता है, व्‍यक्ति भविष्‍य को लेकर और भी चिंतित-भ्रमित हो जाता है. दरअसल, केतु के पास केवल धड़ उसका सिर यानी कि दिमाग नहीं होता है. इस कारण वह केवल दिल से सोचता है. यही वजह है कि व्‍यक्ति घबराहट में केवल दिल की सुनता है और गलत कदम उठा बैठता है. 

मृत्‍यु को मान बैठता है आखिरी रास्‍ता 

केतु धर्म का भी कारक है तो व्‍यक्ति को लगता है कि शाश्‍वत सत्‍य मृत्‍यु ही है, जीने से कोई मतलब नहीं है और वह आत्‍महत्‍या करने की ओर अग्रसर होता है. ऐसे समय में यदि उसका पाला किसी ऐसे ही नकारात्‍मक व्‍यक्ति से पड़ जाए तो सामूहिक आत्‍म‍हत्‍या जैसी स्थिति बन जाती है. वहीं व्‍यक्ति को कोई सकारात्‍मक व्‍यक्ति समझा-बुझाकर जिंदगी का महत्‍व बताए तो वह जीवन की ओर लौट आता है. इसलिए कहा जाता है कि व्‍यक्ति को हमेशा सकारात्‍मक लोगों के साथ सकारात्‍मक माहौल में रहना चाहिए. 

आत्‍महत्‍या जैसे खतरनाक कदम से बचाएंगे ये उपाय 

यदि चंद्रमा पीड़ित होने के कारण बार-बार नकारात्‍मक विचार या आत्‍महत्‍या के विचार आएं तो जातक को कुछ ज्‍योतिषीय उपाय कर लेने चाहिए. ये उपाय उसको मानसिक तौर पर मजबूत बनाएंगे, साथ ही प्रसन्‍न भी रहेगा. आइए जानते हैं पीड़ित चंद्रमा को मजबूत करने के उपाय. 

- जिन बच्‍चों को जन्‍म अमावस्‍या को हुआ हो, उनमें जीवन खत्‍म करने की भावना जल्‍दी आ जाती है, लिहाजा उन्‍हें इस मामले में सतर्कता बरतते हुए खुद को पॉजिटिव रखने की कोशिश करनी चाहिए. 

- शुक्‍ल पक्ष में जब चंद्रमा बढ़ता है, तब रात में कुछ समय चंद्रमा को देखें. इससे मानसिक शांति मिलेगी और कुंडली में चंद्रमा मजबूत होगा. 

- जब भी मरने जैसा नकारात्‍मक विचार आए तो अपनी मां से बात करें, माता का संबंध भी चंद्रमा से है. 

- सफेद कपड़े ज्‍यादा पहनें, इससे भी चंद्रमा मजबूत होता है. 

- पूर्णिमा की रात चंद्रमा को गाय का दूध और जल मिलाकर अर्घ्‍य दें, ऐसा करने से भी चंद्रमा मजबूत होता है. जातक की निर्णय क्षमता मजबूत होती है और वह शांत-प्रसन्‍न रहता है. 

Disclaimer: जीवन अनमोल है. जी भरकर जिएं. इसका पूरी तरह सम्‍मान करें. हर पल का आनंद लें. किसी बात-विषय-घटना के कारण व्‍यथित हों तो जीवन से हार मारने की कोई जरूरत नहीं. अच्‍छे और बुरे दौर आते-जाते रहते हैं. लेकिन कभी जब किसी कारण गहन हताशा, निराशा, डिप्रेशन महसूस करें तो सरकार द्वारा प्रदत्‍त हेल्‍पलाइन नंबर 9152987821 पर संपर्क करें.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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