Surya Ko Arghya: चार दिवसीय महापर्व छठ के तीसरे दिन का समापन अस्त होते भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया. अब चौथे दिन सुबह के समय उगते हुए सूर्य को भक्त अर्घ्य देंगे.
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Chhath Puja 2022 Arghya Time: आस्था के महापर्व छठ का तीसरा दिन भी संपन्न हो गया. इस दिन शाम के समय व्रतियों ने अस्ताचलगामी भगवान सूर्य अर्घ्य दिया और परिवार के सुख-समृद्धि, शांति और उन्नति के लिए प्रार्थना की. इस दौरान देश की राजधानी दिल्ली से लेकर पटना, झारखंड, यूपी और मुंबई के घाटों पर भक्तों के भारी भीड़ लगी रही. भक्त दोपहर 3 बजे से घाटों पर पहुंचना शुरू हो गए थे. अब व्रती 31 अक्टूबर को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगे. इसके साथ ही इस महापर्व का समापन हो जाएगा.
घाटों पर रही भीड़
छठ के तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया गया. डूबते सूरज को अर्घ्य देने के लिए कृत्रिम घाटों, तालाबों, नदियों में तमाम लोग जुट रहे. भगवान सूर्य को जल चढ़ाने से आरोग्य और यश की प्राप्ति होती है.
देश के हर हिस्से में छठ का उल्लास
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ का पर्व मनाया जाता है और इस दिन अस्तगामी सूर्य को अर्घ्य गया. हर तरफ भक्ति का माहौल बना हुआ था. देश के हर हिस्से में भक्तों की भारी भीड़ छठ घाटों पर उमड़ पड़ी थी.
बांस के सूप के साथ पहुंचे लोग
डूबते सूरज को अर्घ्य देने के लिए भक्त छठ घाटों पर दोपहर 3 बजे से प्रसाद की टोकरी के साथ पहुंचने लगे थे. अर्घ्य देने के लिए लोगों ने बांस के सूप को फल, ठेकुआ, पूजा के सामान से सजाया था. इस दौरान लोगों ने डूबते सूरज को अर्घ्य देकर परिक्रमा की.
उगते सूर्य को अर्घ्य देने का समय
अस्त होते भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ ही छठ महापर्व का समापन हो गया. अब 31 अक्टूबर को तड़के सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए 06 बजकर 31 मिनट का समय है. इस समय ही भगवान भास्कर उदय होंगे.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)