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नई दिल्ली: भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश स्थापना होने के बाद अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) को गणपति बप्पा विदाई लेते हैं. गणपति विसर्जन (Ganesh Visarjan 2021) इस साल 19 सितंबर को होगा. इस दिन बप्पा की मूर्ति को कुंड में विसर्जित करना ही उचित होता है. होता है. नदी-तालाब में विसर्जन करने से पानी प्रदूषित होता है. पंचांग के मुताबिक गणपति विसर्जन के 5 शुभ मुहूर्त हैं. वहीं इस दिन रविवार है और धृति योग बन रहा है. इसके अलावा दिशा शूल पश्चिम में रहेगा इसलिए इस दिन इलायची खाकर ही घर से बाहर निकलना सही है.
भगवान गणेश की प्रतिमा को विसर्जित करने का शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) सुबह 09:11 से दोपहर 12:21 बजे तक है. इसके बाद दोपहर 01:56 से 03:32 तक शुभ मुहूर्त रहेगा. वहीं गणपति विसर्जन के लिए अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:50 से 12:39 तक रहेगा. ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:35 से 05:23 तक और अमृत काल रात 08:14 से 09:50 तक है. 19 सितंबर को राहुकाल शाम 04:30 से 6 बजे तक रहेगा. इस दौरान विसर्जन न करें.
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भगवान गणेश की प्रतिमा विसर्जित करने से पहले बप्पा को नए वस्त्र पहनाएं. एक रेशमी कपड़े में मोदक, पैसा, दूर्वा घास और सुपारी बांधकर उस पोटली को गणपति के साथ रख दें. गणपति की आरती करें और उनसे अपनी गलतियों की क्षमा मांगे. इसके बाद उन्हें मान-सम्मान के साथ पानी में विसर्जित करें.
(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)