हरियाली तीज पर श्रृंगार का विशेष महत्व है
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नई दिल्ली: श्रृंगार का महिलाओं के जीवन में खास स्थान है. हरियाली तीज (Hariyali Teej 2020) पर श्रृंगार का विशेष महत्व है. शरीर के विभिन्न अंगों पर किया जाने वाला श्रृंगार न सिर्फ महिलाओं में आत्मविश्वास जगाता है बल्कि उन्हें कई तरह से स्वस्थ्य भी रखता है.
सिंदूर-
मांग पर लगाया जाने वाला सिंदूर ब्रहम्रंध्र और अहिम नामक मर्मस्थल के ठीक उपर होता है, जो बहुत कोमल होता है. सिंदूर लगाने से इस स्थान की सुरक्षा होती है. साथ ही सिंदूर में मौजूद धातुएं चेहरे की झुर्रियों के असर को भी कम करती हैं व शरीर में विद्युतीय उत्तेजना को नियंत्रित करती हैं.
मांग टिका-
यह सुंदरता में चार चांद लगाता है साथ ही मस्तिष्क संबंधी क्रियाएं भी संतुलित व नियमित रखता है.
बिंदी-
यह व्यक्तित्व को प्रभावशाली बनाती है, आत्मबल और आत्विश्वास में भी वृद्धि करती है. माथे के बीच के स्थान पर बिंदी लगाने से तीसरा नेत्र जागृत होता है व मस्तिष्क भी शांत रहता है.
काजल-
काजल चेहरे की सुंदरता को कई गुना बढ़ता तो है ही इसके साथ ही इसे लगाने से आंखों को ठंडक मिलती है और इससे आंखों से जुड़ी कई समस्याएं दूर होती हैं.
गजरा-
गजरा बालों का विशेष श्रृंगार है, इसकी खुश्बू से महिलाओं का मन प्रसन्न रहता है जिससे उसकी सेहत पर सकारात्मक असर होता है.
नथनी-
नाक में जिस जगह नथ पहनी जाती है, उस जगह एक तरह का एक्यूप्रेशर प्वाइंट होता है जो प्रसव पीड़ा के दौरान होने वाले दर्द को कम करता है.
झुमके-
इनको पहनने से आंखों की रोशनी तेज होती है. कान के निचले हिस्से में एक बिंदू होता है जिसके पास से आंखों की नसें गुजरती हैं. इस बिंदू पर जब कान को छिदवाकर झुमके या टाॅप्स पहने जाते हैं तो आंखों की रोशनी तेज होती है.
मंगलसूत्र व हार-
आयुर्वेद के अनुसार, गले में सोना पहनने से दिल स्वस्थ्य रहता है. मंगलसूत्र से निकलने वाली वायु इम्यून सिस्टम को मजबूत करती हैं, तथा इसमें लगे हुए काले मोती बुरी नजर से रक्षा करते हैं.
बाजूबंद-
यह महिलाओं को लंबे समय तक सुंदर व जवां बनाए रखने में सहायक होता है. इन्हें बाजुओं पर पहनने से दवाब पड़ता है जो कामकाज के दौरान रक्त संचार को सामान्य रखता है.
चूड़िया -
कलाईयों में चूड़ियों के टकराव से शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर होता है. चूड़ियां हार्मोंस को संतुलित रखने में सहायक होती हैं.
अंगूठी-
अंगुलियों में अंगूठी पहनने से आलस्य और सुस्ती में कमी आती है, इसलिए महिलाएं हमेशा फुर्तिली रहती हैं.
मेहंदी-
मेहंदी हथेलियों को सुंदर तो बनाती ही हैं साथ ही शरीर को ठंडा भी रखती है. इससे चर्म रोग भी नहीं होते.
कमरबंद-
यह महिलाओं को हर्निया जैसी गंभीर बीमारी से बचाता है.
पायल-
यह पैरों से निकलने वाली शारीरिक विद्युत ऊर्जा को शरीर में संरक्षित रखती है. साथ ही पेट और निचले अंगों में फैट नहीं बढ़ने देतीं. चांदी की पायल का पैरों से घर्षण हड्डियां को मजबूत करता है.
बिछिया-
बिछिया एक खास नस पर प्रेशर बनाती हैं जो गर्भाशय में समुचित रक्त संचार प्रवहित करती है, जिससे गर्भधारण क्षमता बेहतर होने में मदद मिलती है.
मेकअप -
चेहरे पर हल्का मेकअप व नेल पेंट लगाने से महिलाओं के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है.