Kharmas 2024 Significance: खरमास में मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है. कुछ कार्यों के लिए खरमास को शुभ नहीं माना जाता है जिसमें वैवाहिक कर्म जैसे शुभ कार्य, नए कपड़े, संपत्ति और वाहन आदि खरीदने से इस मास में बचना चाहिए.
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Kharmas 2024: सूर्य जब भी मीन राशि और धनु राशि में प्रवेश करते है तब खरमास लगता है और जैसे सूर्यदेव मीन से मेष अथवा धनु से मकर राशि में पहुंचते हैं, खरमास पूर्ण हो जाता है. इस बार सूर्यदेव 14 मार्च गुरुवार यानी आज मीन राशि में दोपहर 12 बजकर 36 मिनट पर प्रवेश कर चुके हैं. इस तरह 13 अप्रैल शनिवार को रात 9 बजकर 05 मिनट पर सूर्य मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे, मेष राशि में प्रवेश करने के साथ ही खरमास समाप्त हो जाएगा.
खरमास में नहीं होंगे मांगलिक कार्य
खरमास के दौरान ही होलाष्टक 17 मार्च से शुरु हो जाएंगे और 25 मार्च को होली का रंगोत्सव मनाया जाएगा. वासंतिक नवरात्रि भी इसी अवधि में 9 अप्रैल से शुरु हो जाएगी लेकिन खरमास में मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है. कुछ कार्यों के लिए खरमास को शुभ नहीं माना जाता है जिसमें वैवाहिक कर्म जैसे शुभ कार्य, नए कपड़े, संपत्ति और वाहन आदि खरीदने से इस मास में बचना चाहिए. मुंडन, गृह प्रवेश और सगाई भी नहीं की जाती है. तामसिक भोजन वैसे तो कभी नहीं खाना चाहिए किंतु इस माह में खास तौर पर ध्यान रखना चाहिए. खरमास के चलते बहू या बेटी को घर से विदा भी नहीं करना चाहिए.
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क्यों होती है मनाही
सूर्य के बृहस्पति के घर मीन या धनु में प्रवेश करने पर बृहस्पति का प्रभाव कुछ कमजोर हो जाता है और सूर्य की गति भी कम हो जाती है यही कारण है कि इस मास में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं, माना जाता है सूर्य देव लगातार घोड़ों के रथ पर सवार हो विभिन्न राशियो में भ्रमण करते रहते हैं किंतु जब वह मीन या धनु राशि में पहुंचते हैं तो उनके रथ के घोड़े विश्राम की अवस्था में आ जाते हैं. एक माह के विश्राम के बाद ऊर्जा प्राप्त कर घोड़े फिर अपनी गति से चलने लगते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)