Dainik Puja Vidhi: घर में डेली पूजा करने के भी होते हैं कुछ नियम, वरना नहीं मिलता फल; जानें सही तरीका
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Dainik Puja Vidhi: घर में डेली पूजा करने के भी होते हैं कुछ नियम, वरना नहीं मिलता फल; जानें सही तरीका

दैनिक पूजा (Daily Puja) का पूरा फल तभी मिलता है, जब उसे सही विधि से पूरे नियमों (Rules) का पालन करते हुए किया जाए. इसके लिए पूजा के समय से लेकर शाम की आरती तक के लिए धर्म-पुराणों में सही तरीका बताया गया है. 

(फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली: हर धर्म के कई लोग रोजाना भगवान की आराधना (Prayer Of God) करते हैं. अपने-अपने धर्म के अनुसार उनकी पूजा-पाठ करते हैं. ऐसी दैनिक पूजा के कुछ नियम (Rules Of Daily Puja) होते हैं, जिनका सही तरीके से पालन करने से भगवान हमारी प्रार्थना सुनते हैं और हम पर कृपा करते हैं. हिंदू धर्म में (Hindu Dharm) भी दैनिक पूजा (Daily Puja) के कुछ नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना बहुत जरूरी होती है. ऐसा करने से ही पूजा-पाठ का पूरा फल मिलता है और भगवान हमारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. आज हम उन नियमों के बारे में जानते हैं, जिनके बिना हमारी पूजा (Puja) अधूरी रहती है. 

  1. सही विधि से करें दैनिक पूजा 
  2. बताए गए नियमों का करें पालन 
  3. वरना देवराज इंद्र को मिलेगा आपकी पूजा का फल 

ये हैं दैनिक पूजा के जरूरी नियम 

- भगवान की पूजा का पहला नियम है कि आपका मन साफ, शांत और प्रसन्‍न हो. भगवान भक्‍त के भाव सबसे पहले देखते हैं. यदि आपके मन में किसी के लिए नकारात्‍मक विचार हैं तो सकारात्‍मक बनें. 

- दैनिक पूजा का समय निश्चित करें और रोजाना उसकी समय पर पूजा करें. 

- हमेशा स्‍नान करके, साफ कपड़े पहनकर, साफ जमीन पर आसन बिछाकर उस पर बैठें. कभी भी जमीन पर सीधे बैठकर पूजा नहीं करनी चाहिए. हो सके तो ऊनी आसन पर बैठें. 

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- भगवान की पूजा करते समय दिशा का भी ध्‍यान रखें. हमारा मुख पूर्व, उत्तर या ईशान कोण की ओर होना चाहिए. 

- पूजा के लिए चंदन कभी भी तांबे के पात्र में न रखें. 

- दीपक के नीचे चावल जरूर रखें. हिंदू धर्म में रोजाना पंच देवों की पूजा करने के लिए कहा गया है. ये पंच देव- सूर्य देव, श्री गणेश, देवी दुर्गा, भगवान शंकर और भगवान विष्‍णु हैं. 

- पूजा के बाद अपने आसन के नीचे 2 बूंद जल डालकर उसे अपने माथे से लगाएं, फिर अपनी जगह से उठें. वरना पूजा का फल आपकी बजाय इंद्रदेव को मिल जाएगा. 

- सुबह की पूजा के बाद शाम को आरती जरूर करें. आरती करते समय खड़े रहें. भगवान के सामने 7 बार आरती घुमाएं. आरती को भगवान के चरणों की तरफ 4 बार, नाभि की ओर 2 बार और आखिर में मुख की ओर एक बार घुमाएं. अंत में एक बार मुख की तरफ घुमाएं. ऐसा कुल सात बार करें. 

(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)

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