Lord Kartikeya birth story in Hindi: हिंदू धर्म-पुराणों के अनुसार जब-जब धरती पर पाप या अधर्म बढ़ा है, भगवान ने अवतार लेकर उनका नाश किया है. लेकिन एक बार तो महज 6 दिन के बालक ने राक्षस का वध किया था, यह पौराणिक कथा बेहद रोचक है.
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Mythological story of Kartikeya birth in Hindi: भगवान शिव के 2 पुत्र हुए भगवान कार्तिकेय और भगवान गणेश. भगवान गणेश को तो प्रथम पूज्य माना गया और कोई भी पूजा-पाठ या शुभ काम उनकी पूजा के बिना अधूरा है. वहीं भगवान कार्तिकेय को लेकर भी कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं. यहां तक कि भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय के जन्म की कथा ही बहुत रोचक है क्योंकि उनका जन्म एक खास मकसद से हुआ था और अपने जन्म के 6 दिन के अंदर ही उन्होंने एक असुर तारकासुर का वध कर दिया था.
जन्म के 6 दिन के अंदर बन गए थे सेनापति
तारकासुर नाम का बेहद शक्तिशाली राक्षस देवताओं के लिए भी समस्या बन गया था. उसने स्वर्ग पर कब्जा कर लिया था. तारकासुर ने कहा था कि उसकी मृत्यु 6 दिन के बालक के हाथों ही हो सकती है. तब देवता चिंता में पड़ गया कि इतना शक्तिशाली बच्चा कौन हो सकता है. तभी सभी का ध्यान भगवान शिव की ओर गया. भगवान शिव के बेटे कार्तिकेय का जन्म हुआ और जन्म के 6 दिन बाद ही उन्होंने देवताओं की सेना का नेतृत्व किया, साथ ही असुरराज तारकासुर का वध कर दिया. इससे फिर से स्वर्ग पर देवताों का राज हो सका.
महिलाओं के लिए वर्जित है कार्तिकेय के इस मंदिर में जाना!
वहीं भगवान कार्तिकेय से जुड़ी एक रोचक कथा और भी है. यह कथा यूनानी-रोमन मायथोलॉजी से जुड़ी है. जिसमें कार्तिकेय का संबंध युद्ध के देवता मंगल से है. इसके अनुसार भगवान कार्तिकेय के मंदिर केवल युद्ध के समय खोले जाते थे और शांति के समय इन मंदिरों के द्वार बंद रखे जाते थे. कार्तिकेय का युद्ध से इतनी निकटता से संबंध जोड़ा गया था कि महिलाओं का उनके मंदिर में जाना वर्जित था क्योंकि युद्ध के कारण उनके बेटे और पति वीरगति को प्राप्त हो जाते थे और उन्हें भारी दुख झेलने पड़ते थे.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)