हिंदू धर्म में शादी को बेहद पवित्र माना जाता है. शादी का रिश्ता हर इंसान के लिए महत्वपूर्ण होता है. मान्यता है कि इस रिश्ते से इंसान सात जन्म के लिए बंध जाता है. यही कारण है कि शादी से पहले वर-वधू की कुंडली मिलाई जाती है. ताकि वैवाहिक जीवन में किसी प्रकार की बाधा ना आए. आइए जानते हैं कुंडली के 5 शुभ योग जो दांपत्य जीवन को शानदार बनाते हैं.
ज्योतिष के मुताबिक जिस जातक की कुंडली में दूसरा और चौथा भाव मजबूत होता है. उनका वैवाहिक जीवन हमेशा शानदार रहता है. दरअसल दूसरा भाव व्यक्तिगत जीवन के लिए होता है. जबकि चौथा भाव वैवाहिक जीवन के नए रिश्ते को दर्शाता है.
अगर कुंडली में शुक्र ग्रह के साथ-साथ बृहस्पति भी शुभ स्थिति में होता है और वे 5वें, 9वें, 11वें भाव में हो तो इसके वैवाहिक जीवन सुखद होता है. साथ ही ऐसे में शादी के बाद पति-पत्नी के रिश्ते में खुशहाली बरकरार रहती है.
अगर किसी जातक की कुंडली में बृहस्पति 7वें भाव में हो और 7वें भाव का स्वामी शुभ स्थिति में हो तो वैवाहिक जीवन अनुकूल रहता है. इसके अलावा अगर कुंडली में अनुकूल दशा बन रही हो तो भी शादीशुदा जिंदगी खुशहाल रहती है.
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र 5वें भाव में स्थित है या किसी उच्च भाव में स्थिति है तो व्यक्ति को वैवाहिक जीवन में अपार सुख प्राप्त होता है. हालांकि इस स्थति में 7वें भाव का स्वामी भी मजबूत स्थिति में होना चाहिए.
अगर किसी जातक की कुंडली का 7वां भाव मजबूत है. साथ ही लाभकारी महादशा का भी शुभ संयोग है तो यह भी अच्छे वैवाहिक जीवन को दर्शाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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