रत्न शास्त्र में सभी 9 ग्रहों के लिए अलग-अलग रत्न बताए गए हैं. हर रत्न का जीवन पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रह को मजबूत करने के लिए और इसके शुभ प्रभाव के लिए माणिक रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. इस रत्न को सभी रत्नों का राजा माना जाता है. ऐसे में जानते हैं माणिक रत्न धारण करने की विधि और फायदे.
माणिक गुलाबी और लाल रंग का परदर्शी होना चाहिए. इसे बनवाने के लिए सबसे उपयुक्त धातु सोना या तांबा है.
माणिक को धारण करने के लिए सबसे उत्तम दिन रविवार माना गया है. जबकि इसे धारण करने के लिए अनामिका उंगली और दोपहर के वक्त का चयन करना चाहिए.
माणिक के साथ हीरा, नीलम, ओपल और गोमेद नहीं पहनना चाहिए. माणिक के साथ पीला पुखराज धारण करना सर्वोत्तम होता है.
कुंडली दिखाकर माणिक रत्न धारण करना सबसे अच्छा रहता है. मेष, सिंह और धनु लग्न के जातकों को माणिक रत्न धारण करना अच्छा होता है. कर्क, वृश्चिक और मीन लग्न में माणिक मध्यम परिणाम देता है.
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मिथुन, कन्या, मकर, तुला और कुंभ लग्न के जातकों को माणिक धारण करना खतरनाक साबित हो सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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