Shani Jayanti 2021: जीवन में साढ़े साती चल रही है तो ऐसे पा सकते हैं मुक्ति, जानिए Shani Dev को प्रसन्न करने का तरीका
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Shani Jayanti 2021: जीवन में साढ़े साती चल रही है तो ऐसे पा सकते हैं मुक्ति, जानिए Shani Dev को प्रसन्न करने का तरीका

Shani Jayanti 2021: कोरोनावायरस बीमारी ने लोगों को जान-माल दोनों के लिहाज से काफी पीछे कर दिया है. ऐसे में शनिदेव को प्रसन्न करके लोग जीवन से साढ़े साती दूर कर सकते हैं. 

शनिदेव (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: कोरोनावायरस बीमारी ने लोगों को जान-माल दोनों के लिहाज से काफी पीछे कर दिया है. ऐसे में लोगों में निराशा अंदर तक बढ़ती जा रही है.

  1. साढ़े साती से ऐसे पा सकते हैं मुक्ति
  2. दान पुण्य करने से कष्टों से मुक्ति
  3. पृथ्वी के दंडाधिकारी हैं शनिदेव

साढ़े साती से ऐसे पा सकते हैं मुक्ति

ऐसे में जिन जातकों को साढ़े साती चल रही है, उन्हें शनि (Shani Jayanti 2021) की कृपा और शांति प्राप्ति के लिए तिल, उड़द, काली मिर्च, मूंगफली का तेल, आचार, लौंग, तेजपत्ता और काले नमक का इस्तेमाल करना चाहिए. उन्हें शनि देव को प्रसन्न करने के लिए हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. शनि के लिए दान में दी जाने वाली वस्तुओं में काले कपडे, जामुन, काली उड़द, काले जूते, तिल, लोहा, तेल, आदि वस्तुओं को दान में दे सकते हैं.

दान पुण्य करने से कष्टों से मुक्ति

ये दान पुण्य करने और शनिदेव (Shani Jayanti 2021) की पूजा करने से लोगों को कष्टों से मुक्ति मिलती है. अपनी पूजा होने से शनिदेव बहुत जल्दी खुश होते हैं. साथ ही जन्मपत्रिका में अशुभ शनि के प्रभाव से होने वाली परेशानियों, जैसे शनि की साढे-साती, ढैय्या और कालसर्प योग से भी छुटकारा मिलता है. शनि जयंती के दिन किया गया दान पुण्य और पूजा पाठ शनि संबंधि सभी कष्टों को दूर करता है. 

पृथ्वी के दंडाधिकारी हैं शनिदेव

ज्योतिषाचार्य कहते हैं कि शनिदेव (Shani Jayanti 2021) सूर्य देव और उनकी पत्नी छाया के पुत्र हैं. शनि देव को कर्मफल दाता और न्याय का देवता भी कहा जाता है. शनिदेव ने भगवान शंकर की घोर तपस्या की थी. उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें नवग्रहों में सर्वश्रेष्ठ होने का वरदान दिया. कहा कि तुम पृथ्वीलोक के न्यायाधीश और दंडाधिकारी रहोगे. तुम ही लोगों को कर्मों के अनुसार न्याय और दंड दोगे. 

ज्योतिषाचार्य कहते हैं कि जो लोग अच्छे कर्म करते है उन्हें शनि देव राजा बना देते हैं. वहीं बुरे कर्म करने वालों को राजा से रंक बना देते हैं. वे कहते हैं कि शनिदेव से डरने के बजाय उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश करनी चाहिए. साथ ही अपने कर्मों में भी सुधार करना चाहिए.

इस बार 10 जून को है शनि जयंती

बता दें कि इस बार शनि जयंती (Shani Jayanti 2021 Date) ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि यानी 10 जून को रोहिणी नक्षत्र में मनाई जाएगी. इस दिन शनि देव की विशेष पूजा का विधान है. यह अमावस्या तिथि 9 जून को 13:57 बजे से प्रारंभ होकर 10 जून को शाम 16:21 बजे समाप्त होगी. इस दिन मंदिरों में काफी भीड़ रहती है लेकिन इस बार कोरोना संकट के चलते लोग मंदिर नहीं जा पाएंगे. ऐसे में लोगों को घर पर ही रहकर शनि जयंती मनानी होगी. 

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इन मंत्रों का जप करें

"ऊं शं अभयहस्ताय नमः" 
"ऊं शं शनैश्चराय नमः" 
"ऊं नीलांजनसमाभामसं रविपुत्रं यमाग्रजं छायामार्त्तण्डसंभूतं तं नमामि शनैश्चरम" 

शनि पूजा की विधि

शनि जयंती (Shani Jayanti 2021) के दिन व्रत रखा जाता है. इसके लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान करें. इसके बाद लकड़ी के एक टुकडे में साफ काल रंग का कपड़ा बिछाएं. फिर इस पर शनिदेव की प्रतिमा स्थापित करें. यदि प्रतिमा या तस्वीर न भी हो तो एक सुपारी के दोनों और शुद्ध घी व तेल का दीपक जलाये. इसके पश्चात धूप जलाएं. फिर इस स्वरूप को पंचगव्य, पंचामृत, इत्र आदि से स्नान करवायें. सिंदूर, कुमकुम, काजल, अबीर, गुलाल शनिदेव को अर्पित करें.  तेल से बने पदार्थ अर्पित करें. इसके बाद शनि मंत्र की माला का जाप करें. 

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