ग्रहों में गुरु ग्रह को सबसे बड़ा और प्रभावशाली माना जाता है. अगर कुंडली में गुरु ग्रह (बृहस्पति) उच्च भाव में और मजबूत होता तो इंसान बहुत प्रगति करता है.
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नई दिल्ली: गुरुवार का दिन भगवान विष्णु की पूजा को समर्पित है. इस दिन का हिंदू धर्म में काफी महत्व है. ग्रहों में गुरु ग्रह को सबसे बड़ा और प्रभावशाली माना जाता है. अगर कुंडली में गुरु ग्रह (बृहस्पति) उच्च भाव में और मजबूत होता तो इंसान बहुत प्रगति करता है. उसे हर क्षेत्र में सफलता और तरक्की मिलती है. बृहस्पति देवताओं के गुरु भी हैं. इस दिन साईं बाबा की भी पूजा की जाती है.
भगवान विष्णु को प्रिय है पीला रंग
शास्त्रों के अनुसार भगवान बृहस्पति साधु और संतों के देव माने गए हैं और इसी तरह पीला रंग संपन्नता का प्रतीक भी है. यही वजह है कि पीला रंग इस दिन को समर्पित किया गया है. आज के दिन पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और धन संपत्त्िा का वरदान देते हैं. भगवान विष्णु को पीला रंग बहुत प्रिय है इसलिए इस दिन पीले वस्त्र धारण करने चाहिए और पीली वस्तुओं का दान किया जाता है. वहीं दूसरी तरफ आज कुछ चीजों को करने से परहेज करना भी बहुत जरूरी है.
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कैसे करें भगवान विष्णु की पूजा
सुबह उठकर नहाने के बाद पीले रंग के कपड़े पहनें. पूजा में भोग लगाने के लिए गुड़ और चने की दाल को एक साथ मिला कर प्रसाद बनाएं. इस प्रसाद को आप भगवान को अर्पण कर पूजा करें. ऐसा करने भगवान विष्णु प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद आपके घर पर सदा बनाए रखते हैं. आज के दिन केले के पेड़ का पूजन करना चाहिए और संभव हो तो इसके पास बैठकर ही बृहस्पति देव का पूजन और कथा पाठ करना चाहिए. अगर आज के दिन आप व्रत रख रहे हैं तो आपको केवल पीले फल ग्रहण करने चाहिए. आज के दिन पीली वस्तुओं का दान करने से मन को शांति और घर में समृद्धि का निवास रहता है.
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क्या नहीं करना चाहिए
भगवान बृहस्पति देव की पूजा मात्र से आपके घर में गुरु का वास होता है. आज के दिन मन से सभी बुरे विचार त्याग कर भगवान के चरणों में अपने जीवन को अर्पण करना चाहिए. आज के दिन घर में पोछा नहीं लगना चाहिए और न ही कपड़े धोने या प्रेस करने को चाहिए. आज के दिन किसी को पैसे नहीं देने चाहिए. जो लोग गुरुवार का व्रत करें उन्हें नमक ग्रहण नहीं करना चाहिए और पीला भोजन करना चाहिए.