Solar eclipse 2024: भौतिक विज्ञान के अनुसार जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो चंद्रमा के पीछे सूर्य का बिम्ब कुछ देर के लिए छिप जाता है. इस खगोलीय घटना को सूर्यग्रहण कहा जाता है. ऐसे में पृथ्वी सूर्य और चंद्र पृथ्वी की परिक्रमा करती है.
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Solar eclipse 2024 date and time: वर्ष 2024 का पहला सूर्यग्रहण अप्रैल के महीने में लगेगा जो खग्रास सूर्य ग्रहण कहलाएगा लेकिन सबसे अच्छी बात है कि इस ग्रहण को लेकर भारत के लोगों को शंका करने की कोई जरूरत नहीं है. यह भारत में नहीं दिखेगा लेकिन उन देशों के लोगों को जरूर इसे लेकर अलर्ट रहना होगा जहां यह दिखने वाला है.
सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण
यूं तो सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण पड़ना ब्रह्मांडीय प्रक्रिया का हिस्सा है और यह हर वर्ष ही होते हैं. भौतिक विज्ञान के अनुसार जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो चंद्रमा के पीछे सूर्य का बिम्ब कुछ देर के लिए छिप जाता है. इस खगोलीय घटना को सूर्यग्रहण कहा जाता है. पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है और चंद्र पृथ्वी की. कभी कभी चांद सूरज और धरती के बीच आ जाता है. ऐसी स्थिति में वह सूरज की आंशिक या सारी रोशनी को रोक लेता है. इस घटना को सूर्यग्रहण कहा जाता है.
पहला सूर्य ग्रहण
किंतु यह जानना जरूरी है कि कि वर्ष 2024 में पहला ग्रहण सूर्य पर होगा या चंद्रमा पर. तो अगले वर्ष का पहला ग्रहण ग्रहों के राजा सूर्य पर होगा जो चैत्र मास के कृष्ण पक्ष में अमावस्या के दिन अर्थात 08 अप्रैल 2024 दिन सोमवार को होगा. इसे खग्रास सूर्यग्रहण कहा जाएगा क्योंकि यह पूर्ण सूर्यग्रहण नहीं है.
कब है सूर्य ग्रहण
निर्णय सागर पंचांग के अनुसार ग्रहण का स्पर्श भारतीय समय के हिसाब से रात्रि में 10:09 बजे होगा और मोक्ष भी रात्रि में ही 01:26 बजे होगा.
इन स्थानों पर दिखेगा ग्रहण
वर्ष 2024 का पहला सूर्यग्रहण नॉर्थ साउथ पैसिफिक, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, उत्तरी एवं दक्षिणी अमेरिका, ग्रीनलैंड, आर्कटिक समुद्र, आइसलैंड, प्रशांत महासागर, उत्तर अटलांटिक समुद्री क्षेत्र में दृश्य होगा. यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा इस कारण किसी भी ग्रहण के समय लगने वाला वेध, सूतक, स्नान, दान-पुण्य, कर्म, यम एवं नियम आदि मान्य नहीं होंगे.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)