Vastu Shastra: दुकान या कारखाने में अच्छी खासी रकम लगाने के बाद भी ढंग की कमाई न होने से परेशान है तो आपको वास्तु दोष पर विचार करने की जरूरत है. वास्तु शास्त्र के अनुसार किया जाने वाला काम सफलता दिलाता है.
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Vastu Dosh Ke Upay: कारोबार में अच्छी खासी रकम लगाने और पूरी मेहनत करने के बाद भी कोई ढंग की कमाई न होने से परेशान हैं तो आपको वहां के वास्तु के बारे में भी विचार करना चाहिए. कहीं ऐसा तो नहीं कि दुकान, शो रूम या कारखाने में खिड़की दरवाजे और मशीनें लगाने में दिशा गलत हो गई हो. यदि ऐसा है तो प्रतिष्ठान के वास्तु दोष को तुरंत ही ठीक कराना होगा. भले ही इस काम में कुछ पैसा लग जाए लेकिन आप सच जान लीजिए कि ऐसे मामूली सुधार करने के बाद निश्चित रूप से आपको लाभ होगा. जानते हैं की वास्तु के इन दोषों के चलते आपकी कमाई तो बाधित नहीं हो रही है.
वास्तु दोष के उपाय:
- प्रतिष्ठान मालिक के ऑफिस का दरवाजा किसी दूसरे ऑफिस के दरवाजे के सामने, कैंटीन अथवा सार्वजनिक टेलीफोन बूथ के पास न बनवाएं.
- दुकान और शो रूम का मुख पूर्व और उत्तर दिशाओं में होना शुभदायक होता है किंतु दक्षिण की ओर मुख होना कभी भी शुभ नहीं होता है.
- कारखाने में मशीनों की मरम्मत के लिए वर्कशॉप पश्चिम, पूर्व या पूर्व दक्षिण आग्नेय दिशा में बनवाना चाहिए.
- कारखाने में बोरिंग, भूमिगत टैंक पूर्व या उत्तर में और ओवरहेड टैंक पश्चिम में दक्षिण पश्चिम अर्थात नैऋत्य कोण या फिर उत्तर पश्चिम वायव्य कोण की दिशा में बनवाना चाहिए.
- दुकान में शौचालय दक्षिण पश्चिम दिशा में बनवाना सबसे उपयुक्त रहता है, यदि ऐसा करना संभव न हो तो उत्तर पूर्व और उत्तर पश्चिम को छोड़ कर अन्य किसी भी दिशा में बनवाया जा सकता है. ऐसा करने से दरिद्रता दूर होती है.
- कारखाने में रिसर्च एंड डेवलपमेंट यूनिट को भूखंड के उत्तर या पूर्व दिशा में बनवाना चाहिए.
- एनर्जी के इंस्ट्रूमेंट फरनेस, बॉयलर, जनरेटर और ट्रांसफार्मर आदि कारखाने के आग्नेय कोण यानी पूर्व दक्षिण दिशा में लगवाने चाहिए.
- दुकान या फिर कारखाने के बाहर कोई बिजली का खम्भा नहीं होना चाहिए, इससे भी इनकम में बाधा होती है और ग्राहकों की कमी रहती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)