आज पृथ्वी के इतने करीब से गुजरेगा ये उल्का पिंड; 94000 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से बढ़ रहा आगे
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आज पृथ्वी के इतने करीब से गुजरेगा ये उल्का पिंड; 94000 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से बढ़ रहा आगे

2016 AJ193 नाम का एक एस्टेरॉयड आज पृथ्वी के पास से होकर गुजरेगा. ये जानकारी अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने दी है.

प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली: साइस फिक्शन फिल्मों में आपने बड़े- बड़े उल्का पिंडों (Asteroid) को देखा होगा. लेकिन आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि एक असली उल्का पिंड आज यानि 21 अगस्त को पृथ्वी (Earth) के पास होकर गुजरेगा. ये बात अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा (NASA)ने कही है. 

  1. आज पृथ्वी के पास होकर गुजरेगा 2016 AJ193 एस्टेरॉयड
  2. 42 साल बाद 2063 में फिर से पृथ्वी के पास आएगा ये एस्टेरॉयड
  3. एस्टेरॉयड को टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकेगा

नासा से मिली मुताबिक आज 4500 फीट व्यास का एक एस्टेरॉयड पृथ्वी के काफी नजदीक होकर गुजरेगा. नासा ने चेतावनी देते हुए बताया कि ये एस्टेरॉयड 94000 KMPH की स्पीड से आगे बढ़ रहा है. ये एस्टेरॉयड पत्थरों के झुंड से बना है. इसे “2016 AJ193” नाम दिया गया है.

पृथ्वी से टकराने की कम है संभावना

वैज्ञानिकों के अनुसार ये एस्टेरॉयड 2016 में नजर में आया. तभी से ये पृथ्वी की तरफ बढ़ने लगा था. वैज्ञानिकों के अनुसार आज दिन में करीब 3 बजे ये एस्टेरॉयड पृथ्वी के बहुत करीब होगा. अगर पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण (Gravity) का इसपर कोई असर हुआ तो ये पृथ्वी से भी टकरा सकता है, लेकिन इसकी संभावना कम है. क्योंकि ये पृथ्वी (Earth) और चंद्रमा (Moon) के बीच की दूरी के 9 गुनी दूरी से गुजरेगा.

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अगली बार 2063 में पृथ्वी के नजदीक आएगा

नासा ने कहा है कि ये एस्टेरॉयड 2016 AJ193 अब 42 साल बाद 2063 फिर से पृथ्वी के पास आएगा. जो लोग अंतरिक्ष में इंटरेस्ट रखते हैं वे आज टेलिस्कोप (Telescope) की मदद से इसको पृथ्वी की कक्षा से गुजरते हुए देख सकते हैं.

गौरतलब है कि इससे पहले 25 जुलाई को भी 2008 GO20 नाम का एक एस्टेरॉयड 29 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी के नजदीक होकर निकला था. हालांकि इससे पृथ्वी को कोई नुकसान नहीं हुआ था.

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बता दें, एस्टेरॉयड छोटे आकार के ग्रह होते हैं, जो सूर्य की परिक्रमा करते हैं. मंगल (Mars) और वृहस्पति ग्रह (Jupiter) के बीच में लाखों एस्टेरॉयड पाए जाते हैं. वैज्ञानिक मानते हैं कि पृथ्वी भी पहले एक एस्टेरॉयड ही था.

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