Humans On Venus: ओशनगेट के को-फाउंडर गुइलेर्मो सोहनेलिन को लगता है कि इंसान हमारे सौरमंडल के सबसे गर्म ग्रह, शुक्र पर बड़ी आसानी से रह सकता है. उन्होंने कहा कि मंगल की तुलना में शुक्र तक कहीं ज्यादा आसानी से पहुंचा जा सकता है.
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ओशनगेट का नाम तो आपको याद ही होगा. पिछले साल इसी कंपनी की टाइटन सबमर्सिबल गहरे समुद्र में फट गई थी. उस हादसे में पांच लोग मारे गए थे. ओशनगेट के सह-संस्थापक गुइलेर्मो सोहनेलिन अब इंसानों को अंतरिक्ष में भेजने की सोच रहे हैं. उनके मुताबिक, इंसान बड़े सुरक्षित ढंग से शुक्र पर जा सकता है और वहां रह भी सकता है. शुक्र हमारे सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह है. वहां का तापमान 462.22 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है.
58 साल के सोहनेलिन ने कहा कि 'हम आज ही शुक्र की यात्रा पर निकल सकते हैं... सुरक्षित रहते हुए और कम लागत में.' अप्रैल के एक ब्लॉग पोस्ट में उन्होंने लिखा कि शुक्र की तमाम चुनौतियों से पार पाया जा सकता है. वहां कार्बन डाइऑक्साइड की अधिकता है और सल्फ्यूरिक एसिड के बादल मौजूद हैं. सोहनेलिन के मुताबिक, 'ब्रीदिंग अपारेटस (सांस में मददगार उपकरण) और एसिड-रोधी मटेरियल्स का इस्तेमाल कर शुक्र के वातावरण से निपटा जा सकता है.'
सोहनेलिन ने 2013 में ओशनगेट कंपनी छोड़ दी थी लेकिन थोड़ी हिस्सेदारी बरकरार रखी थी. उनका सुझाव है कि इंसान शुक्र के वायुमंडल में अपना घर बना सकता है जो सतह से करीब 50 किलोमीटर ऊपर है. सोहनेलिन के मुताबिक, वहां की स्थितियां धरती के जैसी हैं!
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दिग्गज कारोबारी और SpaceX के मालिक एलन मस्क, काफी समय से मंगल पर इंसान को बसाने की कोशिश में लगे हैं. मस्क के मुताबिक, मंगल के अलावा सौरमंडल में और कोई ग्रह नहीं जहां इंसान बस पाए. सोहनेलिन की दलील है कि मंगल की तुलना में शुक्र पर आसानी से पहुंचा जा सकता है.
सोहनेलिन ने कहा, 'वास्तविकता यह है कि शुक्र, पृथ्वी के कहीं ज्यादा करीब है और उसकी कक्षा भी हमारे जैसी है जो इसे मंगल के मुकाबले कहीं ज्यादा एक्सेसिबल बनाती हैं (कम लागत, अधिक उड़ानें, यात्रा में कम समय, अधिक सुरक्षा आदि.)'
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ओशनगेट फाउंडर के अनुसार, 'हमें शुक्र की सतह पर सफल लैंडिंग कराने की चिंता भी नहीं करनी पड़ेगी जो मंगल पर हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है.' वैज्ञानिक भले ही कहें कि शुक्र ग्रह पर इंसान का जीवित रहना लगभग नामुमकिन है, सोहनेलिन को लगता है कि इंसान 2050 तक शुक्र पर बस्ती बसा सकता है.
इंसान ने आज तक चंद्रमा से आगे का सफर नहीं किया है. शुक्र और मंगल पर इंसान के पहुंचने की बात तो अभी दूर है. हैरानी इस बात की है कि पिछले जून में टाइटन हादसे के बावजूद, सोहनेलिन अडिग हैं. उस हादसे में ओशनगेट के दूसरे को-फाउंडर स्टॉकटन रश भी मारे गए थे.
सोहनेलिन ने जनवरी 2020 में Humans2Venus फाउंडेशन की नींव रखी थी. वह अपनी नई कंपनी Space Bridge Partners के जरिए शुक्र पर जाने की वकालत कर रहे हैं.