Betelgeuse Star Eruption: कहा जाता है कि कुछ भी हमेशा के लिए नहीं रहता, इसमें आसमान में चमकने वाले तारे भी शामिल हैं. वैज्ञानिकों ने एक ऐसे तारे का पता लगाया है, जो अपने जीवन के अंतिम चरण में है. कहा जा रहा है कि ये तारा जल्द खत्म हो जाएगा. इस तारे का नाम है बेटेलगेस. कुछ वैज्ञानिकों का अनुमान है कि ये तारा एक सुपरनोवा विस्फोट के रूप में फट जाएगा. वैज्ञानिक ये जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर इसके साथ क्या हुआ है.
साल 2019 के अंत में, दुनिया भर के खगोलविद उत्साह से भर गए. वैज्ञानिकों ने इस विशालकाय तारे को पहले की तुलना में कमजोर होते देखा. लेकिन इस धुधलेपन का कारण अब तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं था. हार्वर्ड एंड स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स की एंड्रिया डुप्री के नेतृत्व में इस पर रिसर्च की गई. जिसमें हबल स्पेस टेलीस्कोप का इस्तेमाल इस सदी के सबसे बड़े खगोलीय रहस्यों में से एक बेटेलगेस के अचानक अजीब व्यवहार के कारण को उजागर करने में मदद करने के लिए किया.
इस नई रिसर्च में ये पता चला है कि 2019 में बेटेलगेस शायद एक विशाल सतह द्रव्यमान इजेक्शन (SME) से गुजरा. एक SME तब होता है जब कोई तारा बड़ी मात्रा में प्लाज्मा और चुंबकीय प्रवाह को आसपास के स्थान में निष्कासित कर देता है. बेटेलगेस ने अपनी सतह का बड़ा हिस्सा खो दिया है. इसे आधुनिक खगोल विज्ञान में, किसी तारे पर अब तक देखी गई सबसे बड़ी एसएमई घटना माना जा रहा है. बेटेलगेस ने अन्य सितारों की तुलना में 400 अरब गुना अधिक द्रव्यमान निकाला. ये चंद्रमा के द्रव्यमान का कई गुना है.
बेटेलगेस का खत्म होना एक बड़ी खगोलीय घटना है. खगोलविदों को पता है कि देर-सबेर यह होना ही है, लेकिन हम नहीं जानते कि कब. हम जानते हैं कि जब यह होगा है, तो यह दिन के आकाश में भी दिखाई दे सकता है.
सितारे कई अलग-अलग आकारों में पैदा होते हैं. कुछ छोटे से शुरू होकर बड़े हो जाते हैं, जबकि कुछ बड़े पैदा होते हैं. बेटेलगेस एक लाल सुपरजायंट है और छोटे से शुरू होकर इसने लाखों वर्षों में अपने बाहरी गोले का विस्तार किया होगा. बेटेलगेस के असामान्य व्यवहार से वैज्ञानिकों को ये पता चल पा रहा है कि आखिर एक सितारे के जीवनकाल में क्या होता है. बेटेलगेस हमें एक तारे के अंत के पहली झलक दे रहा है. (इनपुट- भाषा)
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