गौरतलब है कि अमेरिका स्पेस एजेंसी नासा (NASA) लंबे समय से मंगल पर जीवन तलाश रहा है. जहां उन्होंने एक पर्सिवेरेंस रोवर (Perseverance Rover) को भेजा है, जो दक्षिण-पश्चिम तुर्की स्थित एक झील से मिले डाटा का उपयोग कर रहा है. इस बीच नासा ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. स्पेस एजेंसी को अनुसार सालडा झील में मिलने वाले खनिज और चट्टानें वैसी है, जैसे मंगल ग्रह के जेजेरो क्रेटर में हैं.
नासा के अनुसार तुर्की की सालडा झील (salda lake) में मिले मिनरल्स और पत्थर, मंगल ग्रह के जेजेरो क्रेटर (Jezero Crater) के पास मिले चट्टानों से सबसे बहुत ज्यादा मिलते जुलते हैं. गौरतलब है कि मंगल ग्रह पर मौजूद Jezero Crater ही वह जगह है जहां पर नासा के Perseverance रोवर की लैंडिंग कराई गई है. वैज्ञानिक ऐसा मानते हैं कि Jezero Crater पर पहले काफी पानी हुआ करता था. इतना ही नहीं ये क्षेत्र मंगल का सबसे खतरनाक क्षेत्र है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि माइक्रोब्स की सहायता से बनने वाली झील के चारों ओर बड़े टीलों के चलते मिट गई हैं. रोवर की कार्यप्रणाली पर नजर बनाए हुए वैज्ञानिकों की टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है. क्या जेजेरो क्रेटर में जीवन है. सांइटिस्ट खनिज के साथ ही सालडा झील के तट पर मिले तलछट के साथ तुलना कर रहे हैं. थॉमस ने बताया कि अगर हमें जीवन संबंध संकेत मिले तो हम सालडा झील दोबारा जाएंगे. फिर समानता और अंतर पर स्टडी करेंगे.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, सालडा झील से जुटाई गई जानकारी, मंगल ग्रह पर प्राचीन काल में मौजूद जीवन को समझने में मदद कर सकती है. नासा के अधिकारी थॉमस जुर्बुचेन (Thomas Zurbuchen) ने बताया कि हमारे सीखने और समझने के लिए सालडा झील एक महत्वपूर्ण चीज साबित हो सकती है. इससे लाल ग्रह पर जीवन के प्रमाण के साथ ही वहां के वातावरण को भी समझने में मदद मिलेगा.
दरअसल अमेरिका और तुर्की के वैज्ञानिकों ने 2019 में ही सालडा झील (Salda Lake) के कुछ हिस्सों पर रिसर्च की थी. नीले पानी और सफेद बीच की वजह से सालडा झील को तुर्की का मालदीव भी कहा जाता है. ये झील पर्यटकों को तो लुभाती ही है. वैज्ञानिकों के लिए भी ये झील बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकती है.
इस संकेत के बाद अब वैज्ञानिक सालडा झील के तलछट से मिले कार्बोनेट मिनरल्स की तुलना मंगल ग्रह पर मिले पत्थरों से करेंगे. वैज्ञानिकों का मानना है कि सालडा झील का निर्माण, बड़े आकार के टीले के टूटने और माइक्रोब्स की मदद से हुआ था. ठीक ऐसी ही कुछ स्थिति मंगल के जेजेरो क्रेटर की भी है. इस क्षेत्र का निर्माण भी बड़े पत्थरों के बीच हुआ है.
सालडा झील से इकट्ठा की गई जानकारियों से साइंटिस्टों को सहायता मिल सकती है. वैज्ञानिकों का कहना है कि डेल्टा रहने के दौरान यह आसपास एकत्र हो गए होंगे. नासा के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर फॉर साइंस थॉमस जुर्बुचेन ने कहा कि एक एनालॉग के तौर पर हम सालडा झील की सहायता ले सकते हैं. (फोटो साभार: रॉयटर्स)
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