इस दौरान धरती, सूरज और शनि के बीचोंबीच होती है, जिसे Opposition कहते हैं. शनि को आप आसमान में पीले सितारे की तरह देख सकते हैं. यह नजारा पूरे महीने बना रहेगा. शनि (Saturn) धरती के इतना करीब होता है कि इसे बिना किसी उपकरण के देखा जा सकता है.
NASA ने हाल ही में शनि (Saturn) के खूबसूरत छल्लों की एक तस्वीर शेयर की है. लेकिन धरती के बेहद करीब होने के बाद भी शनि के इन छल्लों को आप बिना टेलीस्कोप के नहीं देख सकते.
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने एक पोस्ट शेयर कर बताया था कि शनि के अनोखे छल्ले आखिर बने कैसे थे. स्पेस एजेंसी ने बताया कि ये छल्ले शनि (Saturn) से 175,000 मील यानी करीब 282,000 किलोमीटर दूर तक फैले हुए हैं. सोलर सिस्टम (Solar System) का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह शनि अपने massive ring system के लिए जाना जाता है.
ऐसा माना जाता है इसमें धूमकेतु, एस्टरॉइड्स और टूटे हुए चांद मौजूद हैं, जो ग्रह तक पहुंचने से पहले शनि की पावरफुल ग्रैविटी की वजह से टूट गए. इस रिंग में बर्फ और चट्टान के अरबों टुकड़े हैं जिन पर धूल जमा है. इनका आकार अनाज के दानों से लेकर विशाल घरों तक के साइज का हो सकता है. कुछ तो पहाड़ों के बराबर हैं.
नासा (NASA) ने बताया है कि शनि के बादलों के ऊपर से देखने पर ये छल्ले सफेद रंग के दिखेंगे. ये सभी अलग-अलग रफ्तार से शनि ग्रह (Saturn) का चक्कर लगा रहे हैं.
Pic Credit: NASA
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