हमारी गैलेक्सी के केंद्र में स्थित सुपरमैसिव ब्लैक होल कब और कैसे बना था? आखिर खुल ही गया राज
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हमारी गैलेक्सी के केंद्र में स्थित सुपरमैसिव ब्लैक होल कब और कैसे बना था? आखिर खुल ही गया राज

Sagittarius A* Black Hole: हमारी आकाशगंगा Milky Way के केंद्र में Sagittarius A* नामक सुपरमैसिव ब्लैक होल मौजूद है. वैज्ञानिकों ने आखिरकार इसकी उम्र का पता लगा लिया है.

हमारी गैलेक्सी के केंद्र में स्थित सुपरमैसिव ब्लैक होल कब और कैसे बना था? आखिर खुल ही गया राज

Science News: हम यह तो जानते हैं कि हमारी Milky Way जैसी बड़ी आकागंगाओं के केंद्र में सुपरमैसिव ब्लैक होल होते हैं. इनमें से कुछ का द्रव्यमान सूर्य से करोड़ों-अरबों गुना अधिक होता है. 'मिल्की वे' के केंद्र में जो सुपरमैसिव ब्लैक होल है, उसे Sagittarius A* (Sgr A*) कहा जाता है. Sgr A* का द्रव्यमान करीब 40 लाख सूर्यों के बराबर है. खगोलविदों ने नई रिसर्च में बताया है कि Sagittarius A* का निर्माण करीब नौ अरब साल पहले हुआ था. उन्होंने यह भी बताया कि इसका निर्माण कैसे हुआ था.

सुपरमैसिव ब्लैक होल क्या होते हैं?

सुपरमैसिव ब्लैक होल, ब्रह्मांड की सबसे रहस्यमय वस्तुओं में हैं. ये इतने विशालकाय होते हैं कि उनका गुरुत्वाकर्षण प्रकाश को जकड़ लेता है. सुपरमैसिव ब्लैक होल के चारों तरफ पदार्थ का एक घूमता हुआ रिंग होता है, जिसे एक्रेशन डिस्क कहते हैं. इसी डिस्क से होकर पदार्थ ब्लैक होल में गिरता रहता है.

जब सुपरमैसिव ब्लैक होल पदार्थ निकल रहे होते हैं, तो उन्हें active galactic nuclei (AGN) कहा जाता है. ब्रह्मांड के सबसे चमकदार AGNs को क्वेसार कहा जाता है और वे आकाशगंगाओं से भी ज्यादा चमकीले हो सकते हैं.

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कैसे पता लगाई Sagittarius A* ब्लैक होल की उम्र?

लास वेगास की यूनिवर्सिटी ऑफ नेवाडा में एस्ट्रोफिजिसिस्ट- यिहान वांग और बिंग झांग ने तमाम तरह के डेटा को जोड़कर सिमुलेशन रन किए, तब उन्हें Sgr A* की उम्र का पता चला. 'नेचर एस्ट्रोनॉमी' जर्नल में छपी रिसर्च के मुताबिक, Sgr A* की उम्र तय करने के लिए इवेंट होराइजन टेलीस्कोप (EHT) के डेटा का सहारा लिया गया. EHT ने ही 2022 में पहली बार Sgr A* की असली तस्वीर ली थी.

ब्लैक होल दो तरह से बड़े होते हैं: एक तो समय के साथ पदार्थ निगलने से और दूसरा विलय से. रिसर्चर्स को लगता है कि सुपरमैसिव ब्लैक होल के निर्माण के लिए आकाशगंगाओं के विलय की जरूरत पड़ती है. उनका मानना है कि Sgr A* का निर्माण भी विलय के जरिए हुआ, हालांकि यह पदार्थ भी निगलता है.

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Sgr A* अजीब है, यह बेहद तेजी से घूमता है और मिल्की वे के सापेक्ष गलत दिशा में है. वांग और झांग के अनुसार, यह पिछले विलय का सबूत है. झांग ने कहा, 'यह विलय शायद 9 अरब वर्ष पहले हुआ था, जब मिल्की वे का गैया-एन्सेलाडस आकाशगंगा के साथ विलय हुआ था.' 

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