खेल मंत्रालय पर भड़कीं अंजू बॉबी जॉर्ज, बोलीं, सभी जगह फुटबॉल का कब्जा
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खेल मंत्रालय पर भड़कीं अंजू बॉबी जॉर्ज, बोलीं, सभी जगह फुटबॉल का कब्जा

एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाली भारत की एकमात्र ट्रैक एवं फील्ड एथलीट हैं.

एथलीटों को फुटबॉल मैच के कारण स्टेडियम न मिलने के कारण जताई नाराजगी. फोटो : आईएएनएस

नई दिल्ली : लंबी कूद की महान खिलाड़ी अंजू बॉबी जॉर्ज और भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने खेल मंत्रालय पर निशाना साधा जिन्होंने राष्ट्रीय चैम्पियनशिप की मेजबानी की अनुमति देने से इनकार कर दिया, क्योंकि विभिन्न शहरों में स्टेडियम इंडियन सुपर लीग फुटबाल टूर्नामेंट की मेजबानी के लिये बुक कर दिये गये हैं. अंजू विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाली भारत की एकमात्र ट्रैक एवं फील्ड एथलीट हैं, उन्होंने कहा कि दिल्ली, बेंगलुरू और चेन्नई में एथलीट जिन स्टेडियम का ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धाओं और ट्रेनिंग के लिये इस्तेमाल करते थे, उन्हें उनसे छीन लिया गया है.

  1. एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं के लिए ट्रेक न मिलने से दुखी हैं अंजू
  2. ज्यादातर स्टेडियम में इंडियन सुपर लीग के मैच खेले जा रहे हैं
  3. अंजू बॉबी जॉर्ज एथलेटिक्स के लिये सरकारी पर्यवेक्षक भी हैं

पटियाला में पांच से आठ मार्च तक चलने वाली ‘रन एडम फेडरेशन कप राष्ट्रीय सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप’ की घोषणा के लिये हुई प्रेस कांफ्रेंस में अंजू ने गुस्से में कहा, ‘फुटबाल ने हर जगह एथलेटिक्स पर कब्जा कर लिया है, एथलीट के लिये अब ट्रेनिंग और प्रतिस्पर्धा के लिये कोई जगह नहीं बची है. दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम को देखो, बेंगलुरू में कांतिवीरा और चेन्नई में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम को देखो, आप इन स्थलों का इस्तेमाल नहीं कर सकते, क्योंकि इसमें फुटबॉल टूर्नामेंट (आईएसएल) चल रहा है. ये एथलीट कहां जायेंगे? यह बहुत ही दुखद है.’

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अंजू एथलेटिक्स के लिये सरकारी पर्यवेक्षक भी है, उन्होंने कहा, ‘यहां तक कि एथलीट इन स्थलों पर अभ्यास भी नहीं कर सकते, भले ही यह दिल्ली हो, बेंगलुरू में साई केंद्र हो. दिल्ली, चेन्नई और बेंगलुरू में इन स्थलों की ट्रैक बहुत अच्छी है और ये एथलेटिक्स स्टेडियम ही हैं,  लेकिन हैरानी की बात है कि ये एथलेटिक्स के लिये इस्तेमाल नहीं किये जा रहे.’ एएफआई सचिव सीके वाल्सन ने कहा कि महासंघ दिल्ली के नेहरू स्टेडियम में फेडरेशन कप की मेजबानी करना चाहता था, लेकिन आईएसएल के कारण यह उपलब्ध नहीं था.

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पिछले साल भी यह चैम्पियनशिप शुरू में नेहरू स्टेडियम ही होनी थी लेकिन बाद में इसे एआईएस पटियाला में कराया गया, क्योंकि एएफआई को फील्ड स्पर्धायें (शाट पुट, भाला फेंक और चक्का फेंक) को साथ लगे हुए ट्रेनिंग मैदान में कराने को कहा गया था.

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उन्होंने कहा, ‘छह-सात महीनों के लिये ये सभी स्टेडियम आईएसएल के लिये बुक कर दिये गये, जबकि इनकी ट्रैक बहुत अच्छी है और इनमें काफी अच्छी सुविधायें हैं. फिर हम कहां जायेंगे, ये एथलीट कहां जायेंगे? हमें इन राष्ट्रीय चैम्पियनशिप की मेजबान पटियाला या कहीं और करनी पड़ी.’

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