संगकारा और जयवर्धने के खिलाफ फिक्सिंग की जांच बंद की गई, नहीं मिला कोई सबूत
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संगकारा और जयवर्धने के खिलाफ फिक्सिंग की जांच बंद की गई, नहीं मिला कोई सबूत

संगकारा से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की गई थी. 

कुमार संगकारा के खिलाफ सभी आरोप खारिज किए गए हैं. (फोटो-Reuters)

नई दिल्ली: श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर्स कुमार संगकारा (Kumar Sangakkara), महेला जयवर्धने, अरविंद डिसिल्वा और उपल थरंगा के खिलाफ फिक्सिंग के आरोपों की जांच रोक दी गई है. जांच अधिकारी जगत फोंसेका ने बताया कि किसी भी आरोपी के खिलाफ फिक्सिंग के सबूत नहीं मिले हैं. इन चारों पूर्व खिलाड़ियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. संगकारा से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की गई थी. फोंसेका ने ये भी कहा कि क्रिकेट के बयान सही हैं और फाइनल में के प्लेइंग इलेवन में बदलाव का व्यवहारिक वजह बताई गई है. जांच को रोकने का फैसला उच्च अधिकारी से विचार विमर्श करने के बाद किया गया है.

  1. श्रीलंका के पूर्व कप्तान संगकारा पर लगा था फिक्सिंग का आरोप.
  2. पूर्व खेल मंत्री ने WC 2011 फाइनल फिक्स किए जाने का दावा किया था.
  3. अधिकारी ने पूछताछ के बाद संगकारा के बयान को सही पाया है.

श्रीलंका के पूर्व खेल मंत्री महिंदानंदा अलुथगामगे (Mahindananda Aluthgamage) ने आरोप लगाया था कि उनके देश ने 2011 वर्ल्ड कप फाइनल भारत को ‘बेच’ दिया था. इस दावे को हालांकि बकवास करार देते हुए पूर्व क्रिकेट कप्तानों कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने ने उनसे सबूत मांगे थे. स्थानीय टीवी चैनल ‘सिरासा’ को दिए इंटरव्यू में अलुथगामगे ने कहा था कि फाइनल फिक्स था. भारत ने 275 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए गौतम गंभीर (97) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (91) की पारियों की बदौलत जीत दर्ज की थी.

श्रीलंका के तत्कालीन खेल मंत्री अलुथगामगे ने कहा था कि, ‘आज मैं आपसे कह रहा हूं कि हमने 2011 वर्ल्ड कप बेच दिया था, जब मैं खेल मंत्री था तब भी मैंने ऐसा कहा था.’ 5 अगस्त को होने वाले चुनाव तक कामकाज देख रही मौजूदा कार्यवाहक सरकार में विद्युत राज्य मंत्री अलुथगामगे ने कहा, ‘एक देश के रूप में मैं ये ऐलान नहीं करना चाहता था. मुझे याद नहीं कि वह 2011 था या 2012. लेकिन हमें वह मैच जीतना चाहिए था.’

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