एस श्रीसंत ने कहा-दूसरे देश से खेलूंगा, BCCI बोली- ऐसा नहीं कर पाएंगे
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एस श्रीसंत ने कहा-दूसरे देश से खेलूंगा, BCCI बोली- ऐसा नहीं कर पाएंगे

मैच फिक्सिंग के चलते आजीवन बैन झेल रहे तेज गेंदबाज श्रीसंत ने दूसरे देश की टीम से क्रिकेट खेलने के संकेत दिए हैं.

क्रिकेटर एस श्रीसंत. तस्वीर साभार: फेसबुक

नई दिल्ली: मैच फिक्सिंग के चलते आजीवन बैन झेल रहे तेज गेंदबाज एस श्रीसंत ने दूसरे देश की टीम से क्रिकेट खेलने के संकेत दिए हैं. हालांकि BCCI के कार्यकारी अध्यक्ष ने इसे नियम के खिलाफ बताया है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक श्रीसंत ने कहा कि उन्हें BCCI उनपर बैन लगाया है, ICC ने उनपर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है. ऐसे में वह किसी दूसरे देश की टीम से खेलने के लिए स्वतंत्र हैं. श्रीसंत ने कहा कि वह फिलहाल 34 साल के हैं और छह साल और क्रिकेट खेल सकते हैं. उन्होंने कहा, 'जो लोग क्रिकेट पसंद करते हैं मैं उनके लिए खेलना चाहता हूं.' श्रीसंत के बयान पर BCCI के कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना ने कहा, 'ICC का नियम स्पष्ट है, अगर किसी क्रिकेटर को पैरेंट बॉडी ने बैन कर रखा है तो वह किसी दूसरे देश से क्रिकेट नहीं खेल सकता है.'

  1. श्रीसंत ने दूसरे देश की टीम से खेलने के दिए संकेत
  2. श्रीसंत ने कहा, मुझे BCCI ने बैन किया है, ICC ने नहीं
  3. श्रीसंत ने कहा, मैं 6 साल और क्रिकेट खेलने के लायक हूं

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BCCI के कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना ने ICC नियमों का हवाला देकर श्रीसंत के मंसूबों पर पानी फेर दिया है. (तस्वीर साभार: ANI)

श्रीसंत ने कहा, अब तक का सबसे बदतर फैसला
आजीवन प्रतिबंध से नाराज एस श्रीसंत ने BCCI की ओर से लगाए आजीवन प्रतिबंध को दोबारा बहाल करने के केरल हाई कोर्ट के फैसले को अब तक का सबसे बदतर फैसला करार दिया और कहा कि वह अपना संघर्ष नहीं छोड़ेंगे. श्रीसंत ने हाई कोर्ट की खंडपीठ के फैसले के बाद अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा था, 'यह अब तक का सबसे बदतर फैसला है... मेरे लिए विशेष नियम, असली गुनहगारों का क्या. चेन्नई सुपरकिंग्स का क्या हुआ और राजस्थान का.' श्रीसंत ने अपने प्रशंसकों को समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि वह अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.

ये भी पढ़ें: कोर्ट के फैसले पर श्रीसंत ने पूछा, रिपोर्ट में सामने आए 13 आरोपियों का क्या?

उन्होंने लिखा, 'अब तक दिए समर्थन और उत्साहवर्धन के लिए सभी को धन्यवाद. मैं आश्वासन देता हूं कि मैं हार नहीं मानूंगा.' श्रीसंत ने कहा, 'मेरे पास सिर्फ मेरा परिवार और कुछ करीबी लोग हैं जो अब भी मेरे ऊपर विश्वास करते हैं. मैं संघर्ष जारी रखूंगा और सुनिश्चित करूंगा कि मैं हार नहीं मानूं.' 

श्रीसंत ने आगे लिखा, 'और लोढ़ा समिति की रिपोर्ट के 13 आरोपियों का क्या. कोई इसके बारे में जानना नहीं चाहता. मैं अपने अधिकार के लिए संघर्ष जारी रखूंगा. भगवान महान है.' इस बीच मीडिया से बात करते हुए केरल क्रिकेट संघ के सचिव जयेश जार्ज ने कहा कि केसीए श्रीसंत का समर्थन कर रहा था. उन्होंने कहा, 'हमने उसेक पूर्ण फिटनेस टेस्ट से गुजरने का इंतजाम किया है और उसे मैच फिट बनाने का भी. इस फैसले के साथ हमें इसका सम्मान करना होगा.'

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हाई कोर्ट ने श्रीसंत के प्रतिबंध को बरकरार रखा
केरल हाई कोर्ट की खंडपीठ ने 2013 आईपीएल स्पाट फिक्सिंग प्रकरण के संदर्भ में क्रिकेटर एस श्रीसंत पर BCCI की ओर से लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को आज बहाल कर दिया. मुख्य न्यायाधीश नवनीति प्रसाद सिंह और न्यायमूर्ति राजा विजयराघवन की पीठ ने एकल न्यायाधीश की पीठ के खिलाफ बीसीसीआई की याचिका पर यह फैसला सुनाया. एकल पीठ ने 34 साल के तेज गेंदबाज श्रीसंत पर लगा आजीवन प्रतिबंध हटा दिया था. खंडपीठ ने कहा कि क्रिकेट के खिलाफ प्राकृतिक न्याय का उल्लंघन नहीं हुआ है और श्रीसंत के पक्ष में आए एकल पीठ के आदेश को रद्द कर दिया.

BCCI ने अपनी अपील में कहा था कि इस क्रिकेटर पर प्रतिबंध लगाने का फैसला उसके खिलाफ साक्ष्यों के आधार पर लिया गया था. न्यायमूर्ति ए मोहम्मद मुश्ताक की एकल पीठ ने सात अगस्त को श्रीसंत पर लगे बीसीसीआई के आजीवन प्रतिबंध को हटा दिया था और बोर्ड द्वारा उनके खिलाफ चलाई जा रही सभी तरह कार्रवाई पर भी रोक लगा दी थी.

श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजित चंदीला सहित स्पाट फिक्सिंग मामले में सभी 36 आरोपरियों को जुलाई 2015 में पटियाला हाऊस अदालत ने आपराधिक मामले से बरी कर दिया था. श्रीसंत ने 2015 में श्रीलंका के खिलाफ नागपुर में एकदिवसीय मैच के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया. उन्होंने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट पदार्पण किया. श्रीसंत ने 27 टेस्ट में 37 . 59 के औसत से 87 विकेट जबकि वनडे में 53 मैचों में 33 . 44 की औसत से 75 विकेट चटकाए.

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