पहले टेस्ट की पिच पर टीम मैनेजमेंट ने एक दिन पहले पानी देने और रोलर का इस्तेमाल करने के लिए मना किया था, लेकिन हेड कोच रवि शास्त्री और गेंदबाजी कोच भरत अरुण के जाने के बाद क्यूरेटर ने ग्राउंड्समैन को बताया कि उन्हें एक 'उच्च अधिकारी' ने पिच को पानी देने और उसे रोल करने के लिए कहा था.
Trending Photos
नई दिल्ली: भारत और इंग्लैंड के बीच पिछले साल फरवरी में खेले गए चेन्नई टेस्ट मैच को लेकर एक बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. इस मैच को लेकर एक सनसनीखेज खबर ये आ रही है कि पिच से मुख्य क्यूरेटर ने छेड़छाड़ की थी और इससे घरेलू टीम यानी टीम इंडिया की मैच की रणनीति असफल हो गई थी. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पहले टेस्ट की पिच पर टीम मैनेजमेंट ने एक दिन पहले पानी देने और रोलर का इस्तेमाल करने के लिए मना किया था, लेकिन हेड कोच रवि शास्त्री और गेंदबाजी कोच भरत अरुण के जाने के बाद क्यूरेटर ने ग्राउंड्समैन को बताया कि उन्हें एक 'उच्च अधिकारी' ने पिच को पानी देने और उसे रोल करने के लिए कहा था.
टीम इंडिया के मैच में पिच से हुई थी छेड़छाड़!
रिपोर्ट में कथित तौर पर मौजूद लोगों के हवाले से कहा गया है कि रवि शास्त्री और भरत अरुण इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट शुरू होने से एक दिन पहले 4 फरवरी की शाम को चेपॉक के चिदंबरम स्टेडियम में थे. मुख्य कोच और गेंदबाजी कोच ने क्यूरेटर और ग्राउंड्समैन से स्पष्ट रूप से कहा कि पिच जैसी है वैसी ही छोड़ दें, और पानी और रोलर का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए. पूरी स्पष्टता के साथ बताकर वे टीम के बाकी सदस्यों के साथ स्टेडियम से निकल गए. क्यूरेटर ने पिच को सींचा, रोलर निकाला और अगली सुबह एक फ्लैट विकेट था.
सामने आया ये होश उड़ा देने वाला मामला
सूत्र ने यह भी कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि टीम हिट के खिलाफ जाकर ऐसा करने के लिए क्यूरेटर को किसने निर्देश दिए. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इस मैच के बाद रवि शास्त्री और भरत अरुण काफी नाराज हुए थे और उन्होंने बीसीसीआई से क्यूरेटर को बदलने की मांग भी की थी. हालांकि इस मामले में अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं आया है लेकिन आगे देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में क्या होता है.
इंग्लैंड ने भारत को हराकर दिया झटका
चेन्नई की पिच शुरुआत तीन दिनों में बल्लेबाजी के लिए मददगार साबित हुई और इसका फायदा इंग्लैंड को मिला. चेन्नई ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए जो रूट के दोहरे शतक की मदद से पहली पारी में 578 रन बनाए. जवाब में भारतीय टीम पहली पारी में 337 रन ऑलआउट हो गई. इसके बाद दूसरी पारी में इंग्लैंड टीम 178 रन ही बना पाई, लेकिन पहली पारी की बढ़त के आधात पर 420 रन का लक्ष्य रखा. विशाल लक्ष्य के सामने भारतीय टीम 192 रन पर ढेर हो गयी और इंग्लैंड ने 227 रन से मैच जीत लिया था. पहले मैच में हार के बावजूद भारत ने सीरीज के अन्य तीन मैचों में शानदार खेल दिखाया और सीरीज 3-1 से अपने नाम की.