पुजारा ने खत्म किया भारत की जीत का मौका, रन लूटने की बारी आई तो डूबने के लिए छोड़ दिया
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पुजारा ने खत्म किया भारत की जीत का मौका, रन लूटने की बारी आई तो डूबने के लिए छोड़ दिया

पुजारा और रहाणे दोनों ने मिलकर मैच तो बनाया, लेकिन जब रन लूटने की बारी आई तो ये दोनों पवेलियन रवाना हो चुके थे और टीम इंडिया को डूबने के लिए छोड़ दिया. इसके बाद रही सही कसर रवींद्र जडेजा ने पूरी कर दी.

Cheteshwar Pujara

नई दिल्ली: चेतेश्वर पुजारा ने फॉर्म में लौटकर भारत को चौथे दिन ही लॉर्ड्स टेस्ट मैच में हार से बचा लिया. चेतेश्वर पुजारा ने 206 गेंद में 45 रन बनाए. भले ही पुजारा ने टीम इंडिया को हार से बचा लिया, लेकिन ये भी सच है कि उनकी 206 गेंदों पर 45 रनों की धीमी पारी ने लॉर्ड्स में भारत की जीत का मौका खत्म कर किया.

  1. पुजारा ने लॉर्ड्स में खत्म किया भारत की जीत का मौका
  2. टीम इंडिया को हुआ बड़ा नुकसान
  3. रन लूटने की बारी आई तो आउट हो गए पुजारा 

पुजारा ने लॉर्ड्स में खत्म किया भारत की जीत का मौका

टीम इंडिया ने अब तक इंग्लैंड पर 154 रनों की बढ़त बना ली है. ऋषभ पंत 14 रन और ईशांत शर्मा 4 रन बनाकर खेल रहे हैं. चौथे दिन टी ब्रेक के बाद अगर पुजारा और आक्रामक तरीके से खेलते, तो भारत की लीड 200 रनों के पार होती. टी ब्रेक के बाद रहाणे ने थोड़ी तेजी दिखाई, लेकिन पुजारा खराब गेंदों पर भी रन बनाने का मौका गंवा रहे थे.

टीम इंडिया को हुआ बड़ा नुकसान

इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और मोईन अली के भी ओवरों में पुजारा डिफेंसिव बल्लेबाजी कर रहे थे. इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने नई गेंद लेने से पहले मोईन अली के साथ खुद को गेंदबाजी के लिए उतारा, जिससे उनके तेज गेंदबाजों को थोड़ा आराम मिल सके, यहां भारत के पास जमकर रन लूटने का मौका था. लेकिन, पुजारा ने कुछ खास नहीं किया.

रन लूटने की बारी आई तो आउट हो गए पुजारा 

पुजारा और रहाणे दोनों ने मिलकर मैच तो बनाया, लेकिन जब रन लूटने की बारी आई तो ये दोनों पवेलियन रवाना हो चुके थे और टीम इंडिया को डूबने के लिए छोड़ दिया. इसके बाद रही सही कसर रवींद्र जडेजा ने पूरी कर दी. दूसरी पारी में जडेजा 3 रन बनाकर आउट हो गए. जडेजा का गेंद और बल्ले दोनों से ही प्रदर्शन काफी घटिया रहा. 

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जडेजा को शामिल करने का मकसद फ्लॉप

रवींद्र जडेजा को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने का मकसद बुरी तरह फ्लॉप साबित हुआ. इस टेस्ट मैच में रवींद्र जडेजा अब तक न तो एक भी विकेट ले पाए और न ही कोई बड़ी पारी खेल पाए. जडेजा की सीधी गेंदों से इंग्लैंड के बल्लेबाजों को कोई दिक्कत नहीं हो रही, उल्टा जडेजा की गेंदों पर रन पड़ रहे हैं.  

पुजारा की हो सकती है छुट्टी 

भारतीय टेस्ट टीम की प्लेइंग इलेवन में चेतेश्वर पुजारा की जगह खतरे में है. पुजारा लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं.  ऐसे में चेतेश्वर पुजारा टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में फिट नहीं बैठते. पुजारा की धीमी बल्लेबाजी का नुकसान टीम इंडिया को उठाना पड़ रहा है. 

ये बल्लेबाज ले सकता है पुजारा की जगह 

हनुमा विहारी के रिकॉर्ड देखें तो उन्हें नंबर तीन पर चेतेश्वर पुजारा की जगह पर प्रबल दावेदार माना जा रहा है. टीम इंडिया के भरोसेमंद बल्लेबाज हनुमा विहारी अक्सर टीम की प्लेइंग इलेवन से अंदर-बाहर होते रहते हैं. तीसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया चेतेश्वर पुजारा की जगह हनुमा विहारी को नंबर 3 पर मौका दे सकती है. 

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ऑस्ट्रेलिया में कर चुका है कमाल 

27 साल के हनुमा विहारी ने 12 टेस्ट मैचों में 32.84 की औसत से 624 रन बनाए हैं. टेस्ट स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा के बल्ले से रनों का सूखा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. अगस्त 2019 से बात करें तो पुजारा ने 18 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 29 की मामूली औसत से महज 504 रन बनाए हैं. चेतेश्वर पुजारा की खराब फॉर्म को देखकर ऐसा लगता है कि इनका टेस्ट करियर अब खत्म होने की कगार पर है. 

इंजेक्शन लेकर टीम के लिए दी थी कुर्बानी

हनुमा विहारी ने इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट मैच में घायल होने के बाद भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को धराशाई कर दिया. सिडनी टेस्ट में कंगारू टीम मुकाबला जीतने की कगार पर थी, लेकिन हनुमा विहारी दीवार की तरह खड़े रहे और मुकाबला ड्रॉ कराया. 

इंजेक्शन लेकर की तीन घंटे तक बल्लेबाजी

हनुमा विहारी ने एक  वेबसाइट पर दिए गए इंटरव्यू में बताया है कि उन्होंने इंजेक्शन लेने के बाद खेला था. उन्होंने कहा, ‘मैंने दर्द निवारक (पेन किलर) इंजेक्शन लिया था और मेरे पैर में टेप भी बंधी हुई थी. मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था कि मुझे अपनी टीम के लिए खड़े रहना है. मैंने सोच लिया था कि मुझे हर हाल में करीब तीन घंटे बल्लेबाजी करनी है’.

ऐसा लगा जैसे एक पैर ही नहीं है

विहारी ने कहा, ‘टी ब्रेक के दौरान मैंने इंजेक्शन लिया था. इसके बाद मुझे दर्द तो महसूस नहीं हो रहा था, लेकिन दाहिने पैर में कमजोरी जरूर लग रही थी. मुझे अपना दाहिना पैर बिल्कुल भी महसूस नहीं हो रहा था. इतनी पेन किलर लेने के बाद मुझे दर्द तो नहीं हो रहा था, लेकिन मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरा एक पैर ही नहीं है’.

हैमस्ट्रिंग को फाड़ दिया

विहारी  ने कहा, ‘मैं जानता था कि वहां मेरी सीरीज का अंत हो गया है. मुझे पता था कि यह कोई क्रैंप या छोटी मोटी चोट नहीं है. मैं जानता था कि मैंने अपनी हैमस्ट्रिंग को फाड़ दिया था. क्योंकि मैंने पहले भी ऐसा किया है. मैं चल या दौड़ नहीं सकता था’. बता दें कि विहारी (Hanuma Vihari) ने सिडनी टेस्ट में 161 गेंदो में नाबाद 23 रनों की पारी खेली.

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