Virat Kohli के लिए ये करियर का सबसे बुरा साल, 2008 के बाद पहली बार शतक से महरूम
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Virat Kohli के लिए ये करियर का सबसे बुरा साल, 2008 के बाद पहली बार शतक से महरूम

2008 में वनडे क्रिकेट में डेब्यू के बाद पहली बार बिना वनडे शतक के साल खत्म करेंगे विराट कोहली (Virat Kohli), ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में 63 रन बनाकर हुए आउट

विराट कोहली (फोटो-BCCI)

नई दिल्ली: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने 2008 में वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था उसके बाद 2020 में ये पहली बार हुआ है कि वह बिना शतक के साल का खत्म कर रहे हो. हालांकि इस साल कोरोना महामारी के कारण टीम ने ज्यादा मैच नहीं खेले.

  1. दूसरे वनडे में 63 रन बनाकर आउट हुए विराट कोहली
  2. डेब्यू के बाद पहली बार विराट ने पूरे साल में नहीं जड़ा वनडे शतक 
  3. कोहली ने वनडे में सबसे तेज 12000 रन किए पूरे

कोहली (Virat Kohli) ने अपने पदार्पण के बाद से ही शानदार प्रदर्शन किया है और वह एकमात्र बल्लेबाज हैं, जो फिलहाल भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के शतकों की संख्या के करीब है.

सचिन के नाम वनडे में 49 शतक है और कोहली अब सचिन के 49 शतक से मात्र छह ही शतक दूर है.

Virat Kohli के लिए ये करियर का सबसे बुरा साल, 2008 के बाद पहली बार शतक से महरूम

32 वर्षीय कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए दूसरे वनडे में शतक से मात्र 11 रन से चूक गए थे जबकि तीसरे वनडे में 63 रन बनाए, जबकि वनडे में उनका 60 वां अर्धशतक है. 

कोहली (Virat Kohli) ने इसके साथ ही वनडे में सबसे तेज 12000 रन बनाने के सचिन के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है.उन्होंने 251 वनडे की 242 वीं पारी में ये मुकाम हासिल किया. इस तरह सचिन का एक और रिकॉर्ड टूट गया. सचिन तेंदुलकर  ने 12,000 रन बनाने के लिए 300 पारियां (309 मैच) खेली थी. इस लिस्ट में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग का नाम तीसरे नंबर पर है. उन्होंने 314 पारियों (323 मैच) में इतने रन बनाए थे.

भारतीय कप्तान का 2011 के बाद से पहली बार बल्लेबाजी औसत कम रहा है. वह 47.88 की औसत से 2020 साल का समापन करेंगे जोकि किसी एक कैलेंडर चौथा सबसे कम औसत है.

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कोहली (Virat Kohli) ने 2008, 2010 और 2011 में ही वनडे में 50 से कम की औसत से बल्लेबाजी की थी. 2012 और 2019 तक उनका औसत कभी भी 50 से नीचे नहीं रहा है.

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