ढाका (Dhaka) के मैदान में पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ ऋषिकेश कानितकर (Hrishikesh Kanitkar) के उस चौके ने टीम इंडिया (Team India) को एक यादगार जीत दिलाई थी.
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नई दिल्ली: जब भारत और पाकिस्तान (IND vs PAK) का आमना-सामना क्रिकेट के मैदान पर होता है तो महौल किसी जंग से कम नहीं होता है. 18 जनवरी 1998 को भारतीय क्रिकेट फैंस हमेशा याद रखना चाहेंगे, क्योंकि टीम इंडिया (Team India) ने नामुमकिन सी लगने वाली जीत को अपनी सूझबूझ और मेहनत के दम पर जीता था.
PAK का विशाल स्कोर
पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की टीम ने 48 ओवर में 5 विकेट खोकर 314 रन बना लिए. सईद अनवर (Saeed Anwar) ने 140 रन की शतकीय पारी खेली. इसके अलावा एजाज अहमद (Ijaz Ahmed) ने भी अनवर का साथ निभाते हुए शानदार 117 रन बनाए. इस मैच में दोनों टीम के लिए 2 ओवर घटा दिए गए थे.
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टीम इंडिया के लिए बड़ा लक्ष्य
48 ओवर में 315 रन का टार्गेट भले ही आज के दौर में मुमकिन लगता है, लेकिन आज से 22 साल पहले ये बेहद मुश्किल था, क्योंकि उस वक्त कोई भी टीम इतने बड़े लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई थी. इस मैच से पहले 1992 के वर्ल्ड कप में श्रीलंका (Sri Lanka) ने जिम्बाब्वे (Zimbabwe) को 313 रन का लक्ष्य मिलने के बावजूद मात दे दी थी, ये चेज करने का सबसे बड़ा रिकॉर्ड था.
भारतीय बल्लेबाजों का कमाल
टीम इंडिया ने इस बड़े लक्ष्य को हासिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने 124 रन की शतकीय पारी खेली, वहीं सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने तेज खेलते हुए 26 गेंदों में 42 रन बना डाले. फिर रॉबिन सिंह ने 82 रन बनाकर जीत के लक्ष्य को काफी कम कर दिया.
भारतीय मिडिल ऑर्डर लड़खड़ाया
एक वक्त ऐसा आया जब टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों की मेहनत पर पानी फिरता दिखा. मिडिल ऑर्डर में एक के बाद एक बल्लेबाज पवेलियन लौटने लगे. कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन (4), अजय जडेजा (8), नवजोत सिद्धू (5) और नयन मोंगिया 9 रन बनाकर आउट हुए. अब भारतीय टीम जीत की राह से भटकती हुई दिखी, लेकिन फाइट करना नहीं छोड़ा.
कानितकर का वो चौका
एक वक्त ऐसा आया जब टीम इंडिया को जीत के लिए 2 गेंदों में 3 रन बनाने थे. आखिरी ओवर सकलैन मुश्ताक (Saqlain Mushtaq) कर रहे थे. तभी स्ट्राइक पर मौजूद ऋषिकेश कानितकर (Hrishikesh Kanitkar) ने जोरदार चौका लगा दिया और टीम इंडिया को एक नामुमकिन सी लगने वाली जीत दिला दी. कानितकर सभी भारतीयों के लिए सुपरस्टार बन चुके थे.
सीरीज फतह
टीम इंडिया ने इस मैच को 3 विकेट से जीता और श्रीलंका के सबसे बड़े लक्ष्य को चेज करने का रिकॉर्ड तोड़ दिया. भारत इंडिपेंडेंस कप जीत चुका था. सौरव गांगुली को मैन ऑफ द मैच और सचिन तेंदुलकर को मैन ऑफ द सीरीज अवॉर्ड से नवाजा गया. सदियां गुजर जाएंगी लेकिन टीम इंडिया इस जीत और पाकिस्तान इस हार को कभी नहीं भूल पाएगा.