ऑस्ट्रेलिया की उछाल से निपटने के लिए भारत को सुधारनी होगी अपनी बैटिंग : चैपल
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ऑस्ट्रेलिया की उछाल से निपटने के लिए भारत को सुधारनी होगी अपनी बैटिंग : चैपल

भारत को 3 टी20, 3 वनडे और 4 टेस्ट मैचों के लिए 21 नवंबर से 18 जनवरी के बीच ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है. 

कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली नेट प्रैक्टिस से पहले आपस में बात करते हुए. (फोटो: Reuters)

नई दिल्ली: अगर भारत को ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतने का सपना पूरा करना है तो उसे अपनी बैटिंग मजबूत करनी होगी. यह कहना है ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल का. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी बेहद मजबूत है. इसका सामना करने के लिए भारत को अपनी बल्लेबाजी की कमजोरियों को दूर करना होगा. 

21 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया से मैच खेलेगा भारत 
भारतीय टीम इस साल दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में सीरीज गंवा चुकी है. अब उसे नवंबर में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाना है. विराट कोहली की अगुआई वाली टीम की नजरें ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने पर टिकी हैं. भारत को तीन टी20 अंतराष्ट्रीय, तीन वनडे और चार टेस्ट मैचों के लिए 21 नवंबर से 18 जनवरी के बीच ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है।

चुनौतीपूर्ण होगा ऑस्ट्रेलिया का दौरा 
इयान चैपल ने ‘क्रिकइंफो’ में कॉलम लिखा है. उन्होंने इसमें कहा, ‘अगर मिचेल स्टार्क, जोश हैजलवुड, पैट्रिक कमिंस और नाथन लियोन फिट रहते हैं तो भारतीय बल्लेबाजों के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा चुनौतीपूर्ण होगा. इंग्लैंड में हवा में और सीम से मिल रही मूवमेंट से विराट कोहली के अलावा अन्य बल्लेबाजों के लिए नियमित रूप से परेशानी खड़ी हुई.  ऑस्ट्रेलिया में अतिरिक्त उछाल परेशानी पैदा करेगा.’ 

रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए आदर्श खिलाड़ी 
भारत को 2014-15 के अपने पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार टेस्ट की सीरीज में 0-2 से हार का सामना करना पड़ा था. चैपल ने कहा, ‘आत्मविश्वास से भरा और अच्छी फॉर्म में चल रहा रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए आदर्श खिलाड़ी होगा. उसके शॉट अतिरिक्त उछाल से निपटने के लिए सही हैं लेकिन यह दुख की बात है कि वह कभी टेस्ट क्रिकेट में उम्मीद के मुताबिक बल्लेबाजी नहीं कर पाया. दौरे के लिए उसे चुनना जुआ होगा.’ 

भारत ने इंग्लैंड में मौका गंवाया 
चैपल ने इंग्लैंड के दौरे पर टेस्ट सीरीज 1-4 से हारने को मौका गंवाना बताया. उन्होंने कहा, ‘भारत को इंग्लैंड के खिलाफ 1-4 से सीरीज हारने को मौका गंवाने के रूप में देखना चाहिए. लार्ड्स में करारी हार के अलावा वे सीरीज में काफी प्रतिस्पर्धी रहे. भारतीय टीम में सिर्फ प्रतिस्पर्धा पेश करने से कहीं बेहतर करने की क्षमता है. इसलिए उनकी हार को मौका गंवाने के रूप में देखा जाना चाहिए.’

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