वर्ष 2013-14 के दौरान हुई वनडे सीरीज में भारत को दक्षिण अफ्रीका के हाथों 0-2 से हार झेलनी पड़ी थी.
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नई दिल्ली: चौथे वनडे में हार का सामना करने वाली भारतीय टीम कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व में मंगलवार (13 फरवरी) को पोर्ट एलिजाबेथ में होने वाले पांचवें वनडे में दक्षिण अफ्रीका को हराकर पहली बार इस टीम के खिलाफ उसके घर में कोई द्वीपक्षीय सीरीज जीतने का रिकॉर्ड बनाना चाहेगी. भारत ने छह मैचों की वनडे सीरीज के पहले तीन मैचों में धमाकेदार जीत दर्ज की लेकिन चौथे वनडे में मेजबान ने वपसी करते हुए सीरीज को बराबरी पर खत्म करने की अपनी उम्मीदों को बरकरार रखा. पिछले कुछ सालों के दौरान वनडे क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका में भारत का रिकॉर्ड खराब रहा है लेकिन विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम इसे बदल सकती है.
वर्ष 2013-14 के दौरान हुई वनडे सीरीज में भारत को दक्षिण अफ्रीका के हाथों 0-2 से हार झेलनी पड़ी थी. 2010-11 में हुई सीरीज में मेहमान टीम ने दक्षिण अफ्रीका को कड़ी टक्कर दी थी लेकिन भारतीय टीम 2-3 से सीरीज हार गई.
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वनडे सीरीज में कोहली का प्रदर्शन शानदार
इस वनडे सीरीज में कप्तान विराट कोहली का प्रदर्शन शानदार रहा है. वह पहले चार वनडे मैचों में 393 रन बना चुके हैं, जिसमें दो शतक भी शामिल हैं. कप्तान के अलावा सलामी बल्लेबाज शिखर धवन भी सीरीज में अच्छी फार्म में नजर आए हैं और मंगलवार को होने वाले पांचवें वनडे मैच में वह टीम की महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो सकते हैं.
रोहित शर्मा लगातार फ्लॉप
सीरीज के पहले चार वनडे मैचों में सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने केवल 40 रन बनाए हैं और कप्तान कोहली पांचवें वनडे में उन्हें मैदान से बाहर रख सकते हैं. दिनेश कार्तिक, मनीष पांडे या केदार जाधव में से किसी को रोहित शर्मा की जगह टीम में मौका दिया जा सकता है.
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चहल-कुलदीप ने बल्लेबाजों को किया परेशान
दक्षिण अफ्रीका के लिए इस सीरीज में टेढ़ी खीर साबित हुए स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल से कप्तान कोहली को पांचवें वनडे में भी बेहतरीन प्रदर्शन करने की उम्मीद होगी. हालांकि, चौथे वनडे में दक्षिण अफ्रीका के लिए विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर खेले हेइनरिक क्लासेन को भारत के स्पिन गेंदबाजों का सामना करने में ज्यादा मुश्किल नहीं आई थी.
बारिश की संभावना
दुनिया के किसी भी टीम की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी क्रम को ध्वस्त करने का माद्दा रखने वाले दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज हाशिम आमला, ज्यां पॉल ड्यूमिनी, अब्राहम डिविलियर्स और डेविड मिलर पांचवें वनडे में भारतीय गेंदबाजों के लिए मुश्किल का सबब बन सकते हैं. गेंदबाजी में दक्षिण अफ्रीका को तेज गेंदबाज कागिसो रबादा और लुंगी एनगिडी से सेंट जार्जेस पार्क में शानदार प्रदर्शन करने की उम्मीद होगी. हालांकि, मौसम विभाग ने मंगलवार को शहर में बारिश होने का अनुमान लगाया है, जिससे टीम संयोजन पर असर पड़ सकता है, क्योंकि दोनों कप्तान मौसम के मिजाज को देखते हुए प्लेइंग इलेवन का चयन करना चाहेंगे.
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पिछले मैचों में कुछ ऐसा रहा भारत का खेल
इस छह मैचों की वनडे सीरीज में भारतीय टीम 3-1 से आगे है और वह चाहेगी कि वह इस बढ़त का फायदा उठाये. टीम ने डरबन में पहला मैच छह विकेट, सेंचुरियन में नौ विकेट और केप टाउन में 124 रन से जीता था. लेकिन मेजबान टीम ने बारिश से प्रभावित चौथे वनडे में पांच विकेट से जीत हासिल कर वापसी की. दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजी लाइन अप और भारत के कलाई के स्पिनरों के बीच अब भी मुकाबला अहम है. जोहानिसबर्ग में हालांकि बारिश के कारण हुई दो बार की बाधा ने भारत की बल्लेबाजी और गेंदबाजी में लय बिगाड़ दी. सबसे अहम बात यह रही कि बारिश के कारण लक्ष्य में संशोधन किया गया और एबी डिविलियर्स के जल्दी पवेलियन लौटने के बावजूद मेजबानों को इसे हासिल करने में जरा भी परेशानी नहीं हुई.
जोहानिसबर्ग में नो बॉल और कैच छोड़ना पड़ा था भारी
यह मैच टी-20 की तर्ज पर ही हुआ जिसमें डेविड मिलर और हेनरिक क्लासन ने भारत के कलाई के स्पिनरों के खिलाफ आक्रामक बल्लेबाजी कर मैच छीन लिया. निश्चित रूप से भारत को कैच छोड़ने के अलावा मिलर को ‘नो बॉल’ फेंकना भारी पड़ा. लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि दक्षिण अफ्रीका ने युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की कलाई की स्पिन का सामना करना सीख लिया है.
ये हो सकते हैं केदार जाधव का विकल्प
साथ ही भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह का अच्छी तरह इस्तेमाल नहीं किया गया क्योंकि विराट कोहली ने स्पिनरों पर ही ज्यादा भरोसा दिखाया जबकि वे दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों की आक्रामकता को रोकने में असफल रहे थे. इसे देखते हुए पोर्ट एलिजाबेथ में भारतीय टीम का चयन काफी अहम रहेगा. केदार जाधव की फिटनेस पर अब भी सवालिया निशान बना हुआ है जिन्हें केप टाउन में हैमस्ट्रिंग चोट लगी थी और वह पिछला मैच भी नहीं खेल सके थे.
उनकी अनुपस्थिति में भारत एक भरोसेमंद गेंदबाजी विकल्प गंवा देगा. जाधव में धीमी स्पिन गेंदबाजी करने की काबिलियत है और वह इसे परिस्थितियों के अनुकूल ढाल लेते हैं, जिससे वह चहल और यादव के साथ अच्छी तरह घुल-मिल जाते हैं. उनकी अनुपस्थिति में भारत के पास ज्यादा विकल्प नहीं हैं. वहीं रोहित शर्मा ने वनडे में अंतिम बार जनवरी 2016 में पर्थ में गेंदबाजी की थी. श्रेयस अय्यर ने अपनी लेग ब्रेक का अभ्यास किया था, पर उन्होंने अपनी पदार्पण सीरीज में श्रीलंका के खिलाफ सिर्फ एक ही ओवर फेंका था, लेकिन इनमें से कोई भी जाधव जैसा भरोसेमंद विकल्प मुहैया नहीं कराता. कोहली भी एक अन्य दावेदार हैं लेकिन वह सीम-अप से गेंदबाजी करते हैं.
मध्यक्रम अब भी परेशानी का सबब
मध्यक्रम में भले ही समस्या हो लेकिन टीम को जाधव की बल्लेबाजी के बजाय उनकी गेंदबाजी की काफी कमी खलेगी जिससे संकेत मिलता है कि भारतीय टीम का संतुलन अब भी सर्वश्रेष्ठ नहीं है. अजिंक्य रहाणे ने चौथे नंबर पर वापसी करते हुए 79 रन की पारी के बाद 11 और आठ रन बनाए हैं. हार्दिक पांड्या का बल्ले से दौरा काफी खराब रहा है, उन्होंने पिछली दो पारियों में 14 और नौ रन बनाए हैं. सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी ने ही मध्यक्रम में 43 गेंद में नाबाद 42 रन बनाए, जिससे टीम जोहानिसबर्ग में जूझती रही.
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, दिनेश कार्तिक, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमरा, मोहम्मद शमी, शार्दुल ठाकुर.
दक्षिण अफ्रीका : ऐडन मार्कराम (कप्तान), हाशिम अमला, जेपी डुमिनी, इमरान ताहिर, डेविड मिलर, मोर्ने मोर्कल, क्रिस मौरिस, लुंगीसानी एनगिडी, एंडिले फेलुकवायो, कागिसो रबाडा, तबरेज शम्सी, खायेलिहले जोंडो, फरहान बेहारडियन, हेनरिक क्लासन (विकेटकीपर), एबी डिविलियर्स.
मैच भारतीय समयानुसार शाम साढ़े चार बजे शुरू होगा.