एक अगस्त से शुरू होने वाले भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज के पहले मैच के लिए स्पिनर आदिल राशिद के चयन पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तानों माइकल वॉन और नासिर हुसैन ने नाराजगी जताई है.
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नई दिल्ली: एक अगस्त से बर्मिंघम में शुरू हो रहे भारत और इंग्लैंड के बीच पहले टेस्ट के लिए इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने इंग्लैंड टीम की घोषणा गुरूवार को कर दी. इसमें सबसे चौंकाने वाला नाम स्पिनर आदिल राशिद का था. राशिद ने दो साल पहले टेस्ट मैच खेला था और वे टेस्ट क्रिकेट से संन्यास भी ले चुके थे. लेकिन उनके चयन से दुनिया भर ही इंग्लैंड के कई पूर्व खिलाड़ियों तक को हैरानी हुई. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन और नासिर हुसैन ने आदिल के चयन पर खासी नाराजगी जताई है.
हाल ही में वनडे सीरीज में भारत के खिलाफ राशिद पहले वनडे में 62 रन देकर एक विकेट लिया था, दूसरे वनडे में 38 रन देकर 2 विकेट और तीसरे वनडे में 49 रन देकर 3 विकेट लेकर टीम इंडिया को खासा बांधकर रखने में कामयाब रहे थे. राशिद के इस प्रदर्शन के बाद ही अटकलें लगने लगीं थी कि उनकी टेस्ट क्रिकेट में वापसी हो सकती है.
लेकिन जब राशिद का चयन पहले टेस्ट के लिए हुआ तो वॉन और हुसैन को यह पसंद नहीं आया. दोनों ने ही इस फैसले को बेतुका बताया. दिसंबर 2016 से इंग्लैंड की टेस्ट टीम से बाहर रहे राशिद ने खुद को इस सत्र में काउंटी क्रिकेट के लिए भी उपलब्ध नहीं कराया था.
माइकल वॉन ने ट्विटर पर राशिद के चयन की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, “तो हमने ऐसे व्यक्ति को चुना है जो टेस्ट टीम में जगह पाने के लिए 4 दिन के क्रिकेट मैच भी नहीं खेल सकता. भूल जाइए कि क्या वह अच्छा खेलता है या नहीं. मुझे यह निर्णय बेहूदा लगा.”
माइकल वॉन ने अपने ट्वीट में इस बात के लिए इशारा किया कि राशिद टेस्ट टीम में शामिल किए जाने की उम्मीद में यार्कशायर के लिए उपलब्ध नहीं थे. गौरतलब है कि माइकल वॉन खुद भी एक समय यार्कशायर के लिए खेलते थे.
So we have picked someone who cannot be arsed with 4 day cricket for the Test Team ... Forget whether he is good enough or not I find this decision ridiculous ... !!!
— Michael Vaughan (@MichaelVaughan) July 26, 2018
वहीं नासिर हुसैन भी राशिद के चयन से नाराज दिखे. “मुझे लगता है कि यह एक गलत संदेश भेजता है कि कोई जिसकी इच्छा भी नहीं है और लाल गेंद से क्रिकेट नहीं खेलना चाहता है, जो अपनी काउंटी के लिए नहीं खेलना चाहता है, खेल सकता है, सिर्फ इसलिए कि उसने कुछ सफेद गेंद के मैचों में बढ़िया गेंदबाजी की है. उसे शहर की चाबियां कैसे दी जा सकती हैं और टेस्ट मैच में वापस बुलाया जा सकता है.” स्कायस्पोर्ट्स को दिए इंटरव्यू में नासिर हुसैन ने कहा.
मुझे लगता है कि यह एक खतरनाक मिसाल कायम की जा रही है क्योंकि आप आखिर भविष्य में टेस्ट मैचों के बीच में खिलाड़ियों के साथ क्या करेंगे, क्योंकि यदि वे काउंटी में लाल गेंद से क्रिकेट नहीं खेलते हैं. तो ईसीबी क्या करेगी. क्या वे उनपर खेलने के लिए दबाव डालेंगे या क्या खिलाड़ी यह कह सकता है, आदिल राशिद अपनी काउंटी के लिए नहीं खेलता है. मैं भी चार या पांच दिन के लिए खेलूंगा.
यार्कशायर के मुख्य कार्यकारी मार्क आर्थर ने भी इस मामले में कहा, “हमें काफी आश्चर्य हुआ है कि इंग्लैंड ने आदिल को इस सीजन में लाल गेंद से न खेलने के बावजूद वापस बुलाया है. न ही उसने खेलनी की इच्छा जताई. मुझे उम्मीद है कि इंग्लैंड जानता है कि वह आदिल और काउंटी के साथ क्या कर रह है.”
आदिल राशिद खुद हो गए थे चयन पर हैरान
आदिल राशिद ने भी अपने चयन पर हैरानी जाहिर की थी. आदिल ने कहा था, "वनडे सीरीज के बाद प्रमुख चयनकर्ता एड स्मिथ और मेरे बीच बातचीत हुई थी. उन्होंने मुझसे कहा था कि आपको पता है कि भारत के खिलाफ खेलने और टीम का हिस्सा होने पर आप कैसा महसूस करते हैं. तब मुझे लगा कि मैं टेस्ट सीरीज में टीम का हिस्सा हो सकता हूं. मैंने कहा था कि यदि वे मुझे चुनते हैं तो मैं खेलूंगा और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने की कोशिश करूंगा. निश्चित रूप से दो साल बाद फिर से टीम में लौटना मेरे लिए हैरान करने वाली बात है."