विवादों से IPL का है पुराना रिश्ता, क्रिकेट को किया है कई बार शर्मसार
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विवादों से IPL का है पुराना रिश्ता, क्रिकेट को किया है कई बार शर्मसार

स्पॉट फिक्सिंग, सट्टेबाजी, अश्लीलता जैसे कई विवाद हैं जो इंडियन प्रीमियर लीग से जुड़ चुके हैं, इन विवादों की वजह से टूर्नामेंट पर बदनुमा दाग लग चुका है. 

आईपीएल मैच के बाद सिक्योरिटी गार्ड से उलझते शाहरुख खान. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के बीच जहां इस साल का आईसीसी टी20 क्रिकेट वर्ल्ड कप कैंसिल कर दिया गया है, वहीं उसकी जगह इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के आयोजन की अनुमति मिलने से विवाद खड़े हो गए हैं. इसी तरह कुछ लोग आईपीएल को देश में ही कराने के बजाय यूएई में कराने पर भी विवाद पैदा कर रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आईपीएल में विवाद पहली बार नहीं हुए हैं या दूसरे शब्दों में कहें कि आईपीएल और विवादों का हर सीजन में गहरा नाता रहा है तो गलत नहीं होगा. आइए आपको बताते हैं 9 ऐसे विवादों के बारे में, जिनसे आईपीएल की नींव हिल गई थी.

  1. मैच फिक्सिंग कांड ने भी हिला दिया था लीग को
  2. खिलाड़ियों को प्रतिबंधित करने का भी हुआ काम
  3. सौरव को टीम से हटाने पर मच गया था बवाल

मैच फिक्सिंग में शामिल मिले थे टीम मालिक
आपने ओटीटी पर आईपीएल जैसी टूर्नामेंट पर ही आधारित क्रिकेट से जुड़ी वेब सीरीज तो देखी होगी. याद है उसमें किस तरह टीम मालिकों को मैच फिक्सिंग में शामिल होकर अपनी ही टीम की हार पर पैसे लगाते दिखाया था. दरअसल इससे पहले ही आईपीएल में क्रिकेट मैच फिक्सिंग का ऐसा ही नजारा दिख चुका था. आईपीएल-2013 में दिल्ली पुलिस ने 11 बुकी और राजस्थान रॉयल्स टीम के 3 क्रिकेटर्स एस श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण को स्पॉट फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था.

बाद में अभिनेता पुत्र विंदु दारा सिंह को भी गिरफ्तार किया गया. जांच में तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद और चेन्नई सुपरकिंग्स टीम के निदेशक गुरुनाथ मय्यपन और राजस्थान रॉयल्स के सहमालिक व फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा को भी सट्टेबाजी के आरोप में गिरफ्तार किया गया. सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच के लिए जस्टिस मुकुल मुदगल पैनल का गठन किया. जांच के बाद तीनों क्रिकेटरों पर आजीवन प्रतिबंध लगाने के अलावा चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को 2 साल के लिए निलंबित कर दिया गया था. श्रीसंत ने हाल ही में प्रतिबंध के बाद वापसी की है. इस मामले में जस्टिस मुदगल के पैनल की सीलबंद रिपोर्ट में कुछ सीनियर क्रिकेटरों के नाम भी फिक्सिंग में सामने आने की अफवाह थी, लेकिन आज तक शीर्ष अदालत में वह लिफाफा खुल नहीं पाया है.

पहले सीजन में ही 'स्लैप गेट' ने हिला दिया था सबको
आईपीएल के उद्घाटन सीजन यानी साल 2008 में ही ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह और एस. श्रीसंत के बीच हुए "स्लैप गेट" ने सभी को हिला दिया था. मुंबई इंडियंस और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच मुकाबले के बाद वानखेडे़ स्टेडियम में किसी बात पर दोनों क्रिकेटर्स के बीच तनातनी हो गई, जिसे लेकर भज्जी ने श्रीसंत को सभी के सामने थप्पड़ मार दिया. बताया ये जा रहा है कि मुंबई टीम की हार के बाद श्रीसंत भज्जी को दिलासा दे रहे थे, जिसे चिढ़ाना समझकर टर्बनेटर भड़के थे. 

इस घटना के बाद हरभजन सिंह को पूरे सीजन के लिए बैन कर दिया गया और उनकी 3.75 करोड़ रुपये की आईपीएल फीस भी रोक ली गई थी. इसके अलावा बीसीसीआई की अनुशासन समिति ने भी उन्हें 5 वनडे मैचों के लिए बैन कर दिया था. हालांकि बाद में हरभजन ने भी कई इंटरव्यू में इस गलती के लिए माफी मांगी थी और श्रीसंत ने भी कहा था कि यह सब गलतफहमी के चलते हुआ था, हरभजन से उन्हें इससे पहले और बाद में हमेशा बड़े भाई जैसा प्यार मिला है.

जब शाहरुख खान ने किया था नशे में तमाशा
आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक और बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान ने आईपीएल-2012 के दौरान मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में नशे में जमकर तमाशा किया था. दरअसल केकेआर के मालिक शाहरुख अपनी टीम की मुंबई इंडियंस पर जीत से कुछ ज्यादा ही जोश में आ गए थे और मैच के बाद अपने कुछ दोस्तों के साथ नशे की हालत में मैदान में जाकर जश्न मनाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन एक बुजुर्ग सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें रोक दिया.

बताया जाता है कि इस पर शाहरुख ने मुंबई क्रिकेट संघ (MCA) के अधिकारियों को गाली दी और सिक्योरिटी गार्ड को थप्पड़ मार दिया. हालांकि चांटा मारने के आरोप को बाद में वापस ले लिया गया. इस व्यवहार के लिए मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने शाहरुख खान के वानखेड़े स्टेडियम में घुसने पर 5 साल के लिए बैन लगा दिया. बाद में 3 साल बाद 2015 में ही यह बैन हटा दिया गया था. 

सौरभ को केकेआर से निकालने का विवाद
शाहरुख खान इससे पहले भी एक बार विवाद में तब फंस चुके थे, जब उन्होंने अपनी टीम के 3 सीजन से कप्तान चले आ रहे पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली  को अचानक 2011 सीजन में कप्तानी से हटाने के साथ ही टीम से भी बाहर कर दिया था. इससे दादा के नाम से मशहूर सौरव गांगुली के फैंस शाहरुख से नाराज हो गए और इडेन गार्डन स्टेडियम में शाहरुख के खिलाफ बेहद हूटिंग की थी. सौरव गांगुली को पुणे वॉरियर्स इंडिया की टीम में शामिल कर लिया गया. जब पुणे की टीम मैच खेलने कोलकाता पहुंची तो आधे से ज्यादा लोकल फैंस ने केकेआर को छोड़कर सौरव की टीम को सपोर्ट करना चालू कर दिया. स्टेडियम की दर्शक स्टैंड्स में केकेआर से ज्यादा झंडे और टीशर्ट पुणे टीम की दिख रही थी. 

फाइनल की रात हटाए गए आईपीएल आयुक्त
आईपीएल की कल्पना कर उसे जीवंत करने और एक ब्रांड के तौर पर स्थापित करने वाले शख्स को यदि फाइनल मैच की रात अचानक पद से हटा दिया जाए तो इससे बड़ा विवाद कुछ नहीं हो सकता. ये हुआ था आईपीएल 2008 से 2010 तक उसके आयुक्त यानी संचालक रहे ललित मोदी के साथ. मोदी को आर्थिक गड़बड़ी के आरोप में आईपीएल-2010 के फाइनल मैच की रात पद से हटा दिया गया था. ललित पर राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब की नीलामी में गड़बड़ी करने, सोनी को प्रसारण अधिकार दिलाने में गड़बड़ी करने और आईपीएल-2009 के दक्षिण अफ्रीका में आयोजन के लिए रिश्वत देने जैसे 5 मामलों में आरोपी बनाया गया था. ललित तभी से इन आरोपों से बचने के लिए देश छोड़कर लंदन में रह रहे हैं.

आईपीएल मैदान पर दिखा दिल्ली क्रिकेट का झगड़ा
आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीमों की कप्तानी दिल्ली के छोरों के हाथ में थी. केकेआर के कप्तान गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) और आरसीबी के कप्तान विराट कोहली थे. दोनों के बीच उस समय दिल्ली क्रिकेट में अपना दबदबा बनाने के लिए शीतयुद्ध जैसे हालात बने हुए थे. गंभीर ये मान रहे थे कि टीम इंडिया से उनके बाहर होने के लिए महेंद्र सिंह धोनी के साथ ही विराट भी जिम्मेदार हैं. 

विराट और गंभीर के बीच का ये तनाव आईपीएल के एक ग्रुप मैच के दौरान सामने आ गया, जब एक गलत शॉट खेलकर कोहली आउट हो गए. इस शॉट के लिए गंभीर ने उन्हें कुछ कहा तो कोहली ने तत्काल पलटकर जवाब दे दिया. इस पर दोनों आपस में भिड़ गए. विवाद बढ़ता देख मैदान में मौजूद कुछ खिलाड़ियों और अंपायरों ने दोनों को अलग कराया. लेकिन ये विवाद लंबे समय तक चर्चा में रहा.

आईपीएल के दौरान रेव पार्टी में पकड़े गए दो क्रिकेटर
आईपीएल-2012 के दौरान पुणे वारियर्स टीम के दो क्रिकेटर्स राहुल शर्मा और वायने पर्नेल को पुलिस ने मुंबई में रेव पार्टी के दौरान नशे की  हालत में गिरफ्तार किया. ये क्रिकेटर नशीली दवाइयां लेते हुए पकड़े गए थे, जिसके चलते जबरदस्त बवाल मचा था. इस पार्टी में पुलिस ने आईपीएल की 6 चीयरलीडर्स भी गिरफ्तार की थीं. राहुल और पर्नेल को इस पार्टी में बॉलीवुड फिल्मों में छोटे-छोटे रोल करने वाली एक्ट्रेस सोफिया हयात लेकर गई थी, जो टीम इंडिया के हिटमैन रोहित शर्मा को प्रपोज करते हुए उनके वनडे में दोहरा शतक बनाने के बाद मोबाइल पर अपनी न्यूड फोटो भेजकर मिलने के लिए प्रपोज करने पर चर्चित हुई थीं. राहुल और पर्नेल को आईपीएल से बाहर करते हुए उन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.

चीयरलीडर गेब्रिएला ने खोले थे खिलाड़ियों की बदनीयती के राज
आईपीएल-2011 के दौरान मुंबई इंडियंस की चीयरलीडर गेब्रिएला पास्क्यूलोटो सीजन के दौरान हुए अपने खराब अनुभवों को ब्लॉग पर लिखकर तहलका मचा दिया था. गेब्रिएला ने आईपीएल पार्टियों से जुड़े कई गंदे राज खोलते हुए आरोप लगाया था कि खिलाड़ियों और अन्य मेहमानों को इन पार्टियों में चीयरलीडर्स महज एक वेश्या जैसी दिखाई देती थी. गेब्रिएला के इस आरोप से आईपीएल पार्टियों में होने वाली अश्लीलता सभी के सामने आ गई और बहुत दिनों तक हंगामा चलता रहा. बाद में ये पार्टियां कम कर दी गईं थीं.

रवींद्र जडेजा पर लगा था पूरे सीजन का बैन
आईपीएल-2010 में खब्बू स्पिनर रवींद्र जडेजा को पूरे सीजन के लिए प्रतिबंधित कर बाहर कर दिया गया था. जडेजा पर आरोप था कि वह राजस्थान रॉयल्स के लिए अनुबंधित होने के बावजूद चुपके से पुणे वॉरियर्स टीम के साथ बिना एनओसी लिए ही अनुबंध कर रहे थे. हालांकि आईपीएल-2011 सीजन में जडेजा की दोबारा वापसी हो गई थी.

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