'मेरी आंख में कील...' इरफान पठान ने PAK में खेलने का अनुभव किया शेयर, खौल जाएगा आपका खून!
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'मेरी आंख में कील...' इरफान पठान ने PAK में खेलने का अनुभव किया शेयर, खौल जाएगा आपका खून!

IND vs PAK: भारत के दिग्गज खिलाड़ियों में शुमार इरफान पठान (Irfan Pathan) ने पाकिस्तान में खेलने का अनुभव साझा किया है. उन्होंने जो बताया, वो कुछ भारतीय फैंस को गुस्सा जरूर दिला सकता है. 

'मेरी आंख में कील...' इरफान पठान ने PAK में खेलने का अनुभव किया शेयर, खौल जाएगा आपका खून!

Irfan Pathan in Pakistan : भारत के दिग्गज खिलाड़ियों में शुमार इरफान पठान (Irfan Pathan) ने कई मैचों में अकेले दम पर जीत दिलाई. वह पाकिस्तान में भी कई मैच खेले. अब उन्होंने पाकिस्तान में खेलने का अपना अनुभव साझा किया है. उन्होंने जो बताया, वो कुछ भारतीय फैंस को गुस्सा जरूर दिला सकता है. 

पीसीबी ने दर्ज कराई शिकायत

दरअसल, अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत और पाकिस्तान के बीच वर्ल्ड कप मैच खेला गया. इस मुकाबले के दौरान स्टेडियम में एक लाख से भी ज्यादा दर्शक मौजूद थे. इनमें पाकिस्तान के सपोर्टर गिनती के थे. इसी बीच दावा किया गया कि मोहम्मद रिजवान जब आउट होकर पवेलियन लौट रहे थे तो दर्शकों के एक समूह ने धार्मिक नारेबाजी की, इसके बाद पीसीबी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के सामने शिकायत दर्ज कराई. पाकिस्तान के क्रिकेट निदेशक मिकी आर्थर ने भी स्वीकार किया कि भारत के हाथों 7 विकेट की हार के दौरान उनके खिलाड़ी दर्शकों के शोर से काफी परेशान थे.

पठान ने शेयर किया अनुभव

इरफान पठान ने इसी बीच पाकिस्तान में खेलने का अपना अनुभव साझा किया. उन्होंने वर्ल्ड कप के प्रसारक टीवी चैनल पर कमेंट्री के दौरान कहा, 'हम पेशावर में एक खेल खेल रहे थे, एक फैन ने अचानक मुझ पर लोहे की कील फेंकी जो मेरी आंख के नीचे लगी. हमने कभी इसे मुद्दा नहीं बनाया और हमेशा उनके आतिथ्य-सत्कार की सराहना की. पाकिस्तान को भीड़ के व्यवहार पर मुद्दा बनाना बंद करना चाहिए.'

बीसीसीआई अधिकारी ने दिया बयान

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) और आईसीसी में काम कर चुके एक वरिष्ठ अधिकारी ने पाकिस्तान की शिकायत पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, ‘आईसीसी हर शिकायत को बेहद गंभीरता से लेती है, लेकिन आचार संहिता व्यक्तियों को लेकर है. मैं नहीं जानता कि पीसीबी क्या चाहता है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई करना बेहद मुश्किल होगा. अगर नस्लीय भेदभाव के आरोप हैं तो आईसीसी व्यक्ति की पहचान कर सकती है, लेकिन जब हजारों लोग नारे लगा रहे थे तो आप कुछ नहीं कर सकते.'

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