इंग्लैंड के क्रिकेटर ओली रॉबिन्सन (Ollie Robinson) ने 18 और 19 साल की उम्र में कई नस्लवादी और भेदभावपूर्ण ट्वीट किए थे. जिस वजह से अब उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट से सस्पेंड कर दिया है. हालांकि इंग्लैंड की टीम उनका समर्थन कर रही है.
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लंदन: इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (James Anderson) ने कहा है कि टीम ने नौ साल पहले किशोरावस्था में नस्ली और लिंगभेदी ट्वीट करने के लिए ओली रोबिनसन (Ollie Robinson) की माफी सर्वसम्मति से स्वीकार कर ली है और इस निलंबित तेज गेंदबाज को टीम का पूरा समर्थन हासिल है.
न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले हफ्ते टेस्ट पदार्पण करते हुए सात विकेट चटकाने वाले रोबिनसन को देश में क्रिकेट की संचालन संस्थान इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने 2012-13 के उनके आपत्तिजनक ट्वीट के लिए निलंबित कर दिया है. रोबिनसन हालांकि उन ट्वीट के लिए सार्वजनिक तौर पर बिना शर्त माफी मांग चुके हैं.
ब्रिटेन की मीडिया से बात करते हुए एंडरसन (James Anderson) ने रोबिनसन (Ollie Robinson) का समर्थन किया. यह पूछने पर कि क्या टीम ने रोबिनसन की माफी स्वीकार कर ली है या कुछ खिलाड़ी अब भी इसे लेकर असहज हैं, एंडरसन ने कहा, ‘नहीं, मुझे लगता है कि इसे स्वीकार कर लिया गया है’.
उन्होंने कहा, ‘उसने सबके सामने माफी मांगी और आप देख सकते हैं कि वह कितना निराश थे और एक समूह के रूप में हम सराहना करते हैं कि वह अब बदला हुआ इंसान है. तब से वह काफी परिपक्व हो गया है और उसे टीम का पूरा समर्थन हासिल है’.
ब्रिटेन के राजनेताओं ने इस भी मुद्दे पर रोबिनसन का समर्थन करते हुए ईसीबी से इस तेज गेंदबाज को निलंबित करने के फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है क्योंकि उसे वर्षों पहले किशोरावस्था में गलती की थी.
रोबिनसन के लार्ड्स में टेस्ट पदार्पण के पहले दिन पिछले बुधवार को ये ट्वीट सामने आए थे.
टीम पर खिलाड़ी के निलंबन के असर के बारे में पूछने पर एंडरसन (James Anderson) ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह मुश्किल समय है. मुझे लगता है कि एक टीम के रूप में हम इससे सीखने का प्रयास कर रहे हैं’.