Mohammad Siraj: टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने एशिया कप 2023 के फाइनल में शानदार प्रदर्शन करने के बाद एक बड़ा ऐलान किया है.
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Mohammed Siraj Donates his POTM money: एशिया कप 2023 का फाइनल मैच टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) के नाम रहा. मोहम्मद सिराज इस मैच में सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने 7 ओवर गेंदबाजी करते हुए 21 रन खर्च किए और 6 विकेट हासिल किए. इस दौरान सिराज ने 1 ओवर में 4 विकेट हासिल करने का कारनामा भी किया. उन्हें इस शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच भी चुना गया. लेकिन मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड लेते समय सिराज ने एक बड़ा ऐलान किया, जिसने हर किसी का दिल जीत लिया.
सिराज ने इस ऐलान से जीत लिया सभी का दिल
मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड लेते समय ऐलान किया कि वह अपने इस अवॉर्ड की राशि श्रीलंका के ग्राउंड्समैन को दान में देना चाहते हैं. दरअसल, एशिया कप 2023 के दौरान लगभग हर मैच के दौरान बारिश ने मैच में खलल डाला था, लेकिन ग्राउंड्समैन की मेहनत के चलते ही ये मैच पूरे हो सकते थे, जिसके चलते मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने ये बड़ा फैसला लिया.
जय शाह ने भी किया इनाम का ऐलान
मानसून सत्र के बीच कोलंबो और पाल्लेकल में मैदानों को एशिया कप के लिए तैयार करने वाले मैदानकर्मियों की पूरी टीम को एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के अध्यक्ष जय शाह ने भी 50 हजार डॉलर की पुरस्कार राशि देने का ऐलान किया. शाह ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, 'क्रिकेट के गुमनाम नायकों को सलाम! एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) और श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) को कोलंबो और कैंडी में समर्पित क्यूरेटर और मैदानकर्मियों के लिए 50 हजार अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है.' यह राशि श्रीलंका रुपये में लगभग एक करोड़ 60 लाख रुपये होती है.
जय शाह ने आगे लिखा, 'उनकी प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत ने एशिया कप 2023 को एक सफल टूर्नामेंट बनाया. पिच की उत्कृष्टता से लेकर हरे-भरे आउटफील्ड तक, उन्होंने सुनिश्चित किया कि रोमांचक क्रिकेट एक्शन के लिए मंच तैयार रहे.' उन्होंने कहा, 'यह मान्यता क्रिकेट की सफलता में इन व्यक्तियों की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाती है आइए उनकी सेवाओं का जश्न मनाएं और उनका सम्मान करें!'
हाइब्रिड मॉडल पर खेला गया एशिया कप
टूर्नामेंट की मेजबानी पाकिस्तान को करनी थी लेकिन भारत पड़ोसी देश में खेलने का इच्छुक नहीं था और ऐसे में एसीसी को हाइब्रिड मॉडल पर टूर्नामेंट आयोजित करने के लिए मजबूर होना पड़ा जिसमें श्रीलंका को नौ मैचों की मेजबानी मिली. हालांकि श्रीलंका में मौसम की स्थिति एक चुनौती बन गई, विशेषकर क्यूरेटर और मैदानकर्मियों को लिए क्योंकि वे मैदान को समय पर तैयार करने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे थे. पाल्लेकल चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ भारत का शुरुआती मैच बारिश की भेंट चढ़ गया जबकि कुछ अन्य मुकाबलों का फैसला डकवर्थ-लुईस पद्धति से हुआ.