सरफराज के छोटे भाई मुशीर खान ने रणजी ट्रॉफी 2023-24 के फाइनल में कमाल ही कर दिया है. पहले उन्होंने महान सचिन तेंदुलकर के आमने उनका ही 29 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. अब उन्होंने भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर और केएल राहुल को पीछे छोड़ दिया है.
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Musheer Khan: सरफराज के छोटे भाई मुशीर खान ने रणजी ट्रॉफी 2023-24 के फाइनल में कमाल ही कर दिया है. पहले उन्होंने महान सचिन तेंदुलकर के आमने उनका ही 29 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. अब उन्होंने भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर और केएल राहुल को पीछे छोड़ दिया है. फाइनल में मुंबई की टीम ने विदर्भ को आखिरी दिन तक चले मैच में 169 रन से हरा दिया और 42वीं बार यह खिताब अपने नाम किया. मुंबई ने विदर्भ को 538 रन का बड़ा लक्ष्य जीत के लिए दिया था, जिसके जवाब में विदर्भ की टीम 368 रन पर सिमट गई. मुशीर खान को प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.
अय्यर-राहुल को पछाड़ा
दरअसल, मुशीर खान ने फाइनल मैच में शानदार बल्लेबाजी करते हुए दूसरी पारी में 136 रन बनाकर मुंबई को बड़ी बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई. वह इस मैच में टीम के टॉप स्कोरर भी रहे. इतना ही नहीं उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते उतरी विदर्भ की टीम के 2 बल्लेबाजों को पवेलियन भी लौटाया. उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. इसके साथ ही मुशीर 19 साल की उम्र में रणजी फाइनल मैच में प्लेयर ऑफ द मैच जीतने वाले सबसे युवा प्लेयर बन गए हैं. इस मामले में उन्होंने श्रेयस अय्यर और केएल राहुल को पीछे छोड़ा है, जिन्होंने 21 साल की उम्र में यह अवॉर्ड जीता था.
तोड़ा था सचिन का रिकॉर्ड
मुशीर इस मैच में शतक लगाकर रणजी ट्रॉफी फाइनल में सेंचुरी जड़ने वाले मुंबई के सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बने. इस मामले में उन्होंने महान सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया. 19 साल और 14 दिन की उम्र में मुशीर ने यह कमाल किया है, जबकि सचिन ने अपने 22वें जन्मदिन से एक दिन पहले फाइनल में शतक जमाया था. सचिन तेंदुलकर 1994/95 सीजन में पंजाब के खिलाफ दो शतक बनाकर फाइनल में यह कमाल करने वाले मुंबई के सबसे युवा बल्लेबाज बने थे. सचिन के इन शतकों से मुंबई ने टूर्नामेंट का फाइनल जीता था.
मुंबई ने जीता 42वां रणजी खिताब
अजिंक्य रहाणे की कप्तानी वाली मुंबई ने रणजी ट्रॉफी 2023-24 जीत ली है. इसके साथ ही मुंबई के लिए आठ साल का रणजी ट्रॉफी का सूखा खत्म हो गया. वानखेड़े स्टेडियम में हुए इस फाइनल मैच के पांचवें दिन विदर्भ को 169 रनों से हराकर रिकॉर्ड 42वां चैंपियनशिप खिताब जीता मुंबई ने अपने नाम किया. इससे पहले मुंबई ने आखिरी खिताब 2015-16 में जीता था. खिताबी मुकाबले में मुंबई की टीम ने दमदार प्रदर्शन किया. गेंदबाजों की बात करें तो अपना फेयरवेल मैच खेल रहे धवल कुलकर्णी ने मुंबई के गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व किया. मुंबई के स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर तनुश कोटियन और तेज गेंदबाज तुषार देशपांडे ने विदर्भ के बल्लेबाजों को खूब छकाया और उन्हें क्रीज पर जमने का कोई मौका नहीं दिया. दोनों गेंदबाजों ने विदर्भ की बल्लेबाजी लाइनअप को ध्वस्त कर दिया और 538 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी विरोधी टीम को 368 रनों पर समेट दिया.